शिक्षा सत्र बीता लेकिन नहीं बदली स्कूल की सूरत, आज भी झोपड़ी में पढ़ने को मजबूर हैं आदिवासी बच्चे  

Chhattisgarh Hindi News: कोंटा ब्लॉक के ओंदेरपारा प्राइमरी स्कूल के बच्चे अभी भी झोपड़ी में पढ़ने को मजबूर हैं. कई साल से स्कूल का काम चल रहा है, लेकिन पूरा नहीं हुआ है.

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Sukma Hindi News: शिक्षा सत्र बीतने को आया है, लेकिन कोंटा ब्लॉक के ओंदेरपारा प्राइमरी स्कूली की सूरत नहीं बदल सकी है. नए शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद एनडीटीवी ने झोपड़ी में पढ़ रहे बच्चों की परेशानी को दिखाया और जिम्मेदारों को भी इस समस्या से अवगत कराया था. साल बीतने को आया है, लेकिन शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अफसरों ने बच्चों को होने वाली समस्या के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई.

10 माह बीत जाने के बाद भी बच्चे झोपड़ी में पढ़ने को मजबूर हैं. इधर 3 साल से  स्कूल भवन का निर्माण कार्य जारी है. शिक्षा विभाग के लापरवाह रवैये से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है.

वैकल्पिक रूप में झोपड़ी का कराया निर्माण

ग्रामीणों में शिक्षा विभाग को लेकर आक्रोश है. उनका कहना है कि भवन के अभाव में बच्चों को हो रही परेशानी को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में गांव में झोपड़ी का निर्माण कराया था. 10 साल बीत जाने के बाद भी स्कूल भवन नहीं बन पाया है. अधूरे भवन की वजह से बच्चे झोपड़ी में पढ़ रहे हैं.

कोंटा बीईओ पी श्रीनिवास राव ने बताया कि स्कूल भवन का काम लगभग पूर्ण हो गया है. जनपद पंचायत के माध्यम से भवन का निर्माण कराया जा रहा है.

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