सूदखोर तोमर बंधुओं के समर्थन में उतरी करणी सेना, रोहित तोमर की पत्नी संग कस्टडी में अश्लील हरकत का लगाया आरोप

Tomer Brothers News: पुलिस अधीक्षक रायपुर उम्मेद सिंह (IPS) को तत्काल पदमुक्त किया करने की मांग की गई. इसके साथ ही उन्होंने खिलाफ  संवैधानिक अनुच्छेद व धारा के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया जाए, क्योंकि उनकी ही अध्यक्षता में मानसिक / शारीरिक उत्पीड़न, कस्टोडियल एक्सेस और प्रशासनिक लापरवाही हुई.  

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Tomaer Brothers: सूदखोरी और लोगों को प्रताड़ित करने के आरोप में जेल में बंद तोमर बंधुओं को अब करणी सेना का साथ मिल गया है.  तोमर परिवार के खिलाफ कथित पुलिसिया प्रताड़ना के खिलाफ रविवार को रायपुर में करणी सेना ने प्रदर्शन किया. उस दौरान इन लोगों ने तोमर परिवार के खिलाफ कथित उत्पीड़न के खिलाफ आवाज बुलंद करने के साथ ही आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

करणी सेना के लोगों ने थाना प्रभारी (टीआई) योगेश कश्यप को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की. उनके खिलाफ इन लोगों ने आरोप लगाया गया कि रोहित तोमर की पत्नी भावना तोमर को प्रताड़ित किया गया, साथ ही कस्टडी में उनके साथ अश्लील हरकतें की गई. लिहाजा, संबंधित (CSP) राजेश देवांगन को तत्काल निलंबित कर उनके विरुद्ध भी कठोर दंडात्मक कार्रवाई के साथ ही FIR दर्ज किया जाए.

एसपी को भी पक से हटाने की मांग

इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक रायपुर उम्मेद सिंह (IPS) को तत्काल पदमुक्त किया करने की मांग की गई. इसके साथ ही उन्होंने खिलाफ  संवैधानिक अनुच्छेद व धारा के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया जाए, क्योंकि उनकी ही अध्यक्षता में मानसिक / शारीरिक उत्पीड़न, कस्टोडियल एक्सेस और प्रशासनिक लापरवाही हुई.  

 राजपूत समाज के अपमान भी लगाए आरोप

सार्वजनिक स्थल पर दुर्व्यवहार - वीरेंद्र सिंह तोमर के साथ मारपीट, रोड पर घसीटना, बीच सड़क पर उनके शरीर पर जूता रखकर राजपूत समाज का अपमान करने वाले सभी पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई और (FIR) दर्ज किया जाए. मानवाधिकार और संविधान की सुरक्षा की जाए. इसके साथ ही ये मांग की गई कि क्षत्रिय करणी सेना के पदाधिकारियों पर आधारहीन और राजनीतिक रूप से प्रेरित झूठे प्रकरणों को तत्काल निरस्त किया जाए.

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इसके अलावा, मांग कई गई कि तोमर परिवार को हुए आर्थिक और मानसिक नुकसान के लिए मानहानि का मुकदमा दर्ज कर इसकी भरपाई संबंधित अधिकारियों और प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सम्मिलित व्यक्तियों से की जाए. क्षत्रीय करणी सेना के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत, EX BSF पर हुई FIR भी रद्द की जाए. साथ ही मांग की गई कि दर्ज मामलों की जांच के लिए स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच टीम का गठन किया जाए. MP News: CM मोहन यादव के सामने 10 नक्सलवादियों का सरेंडर, AK-47 जैसे हथियार डाले, जानें हर नक्‍सली की कुंडली

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