Chintamani Maharaj News: छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) ने सोमवार को सरगुजा लोकसभा सीट (Surguja Lok Sabha Seat) से भाजपा (BJP) के उम्मीदवार चिंतामणि महाराज (Chintamani Maharaj) के साथ ही ईडी (ED) पर भी जमकर हमला बोला. कांग्रेस पार्टी (Congress Oarty) ने महाराज पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें कथित कोयला लेवी घोटाले में लाभार्थी के रूप में नामित किया था, लेकिन भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें क्लीन चिट दे दी गई. कांग्रेस के पूर्व विधायक महाराज को पार्टी ने पिछले वर्ष हुए विधानसभा चुनाव में टिकट देने से इंकार कर दिया था. बाद में महाराज भाजपा में शामिल हो गए थे.
इन्हें बनाया गया था आरोपी
राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने इस वर्ष जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक पत्र के आधार पर कथित कोयला लेवी घोटाले में मामला दर्ज किया था. दरअसल, ईडी पिछले तीन वर्षों से कोयला लेवी मामले की जांच कर रही है. एसीबी द्वारा दर्ज प्राथमिकी में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो, चंद्रदेव प्रसाद राय, शिशुपाल सोरी और बृहस्पत सिंह, आईएएस अधिकारियों समीर बिश्नोई और रानू साहू तथा अधिकारी सौम्या चौरसिया समेत 35 लोगों के नाम हैं.
ईडी पर लगे ये संगीन आरोप
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार और पार्टी नेताओं को बदनाम करने के उद्देश्य से ईडी ने अनेक कार्रवाई कीं. ईडी ने तथाकथित कोयला घोटाला को लेकर तीन साल तक जांच की और जब कुछ हासिल नहीं कर पाई तो राज्य के भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो को पत्र लिखकर इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने को कहा.
केंद्र सरकार पर भी साधा निशाना
शुक्ला ने कहा कि पत्र में ईडी ने इस तथाकथित कोयला घोटाले को लेकर विस्तृत ब्यौरा भी दिया और इसमें कुछ लोगों के नाम भी हैं, जिनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज किए जाने की बात कही गई थी. इस पत्र में ईडी ने जिन लोगों को नामजद किया है, उन्हें कथित तौर पर प्राप्त हुई राशि का उल्लेख भी किया है. इसी में 10वें क्रम पर ईडी ने सामरी से कांग्रेस के तत्कालीन विधायक चिंतामणि महाराज के नाम का उल्लेख करते हुए पांच लाख रुपए लिए जाने का दावा किया था. उन्होंने कहा कि ईडी के इस पत्र के आधार पर 17 जनवरी 2024 को दर्ज एसीबी की प्राथमिकी में चिंतामणि महराज का नाम नहीं है. चिंतामणि महाराज अब भाजपा में शामिल होकर सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार है. मोदी की वाशिंग मशीन में डालने के बाद उनके सारे पाप धुल गए हैं. कमल छाप का ताबीज पहनकर वे ईमानदार हो गए हैं.
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महाराज ने साधी चुप्पी
शुक्ला ने कहा कि एक पत्र के आधार पर जब 35 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, तो फिर चिंतामणि महराज का नाम प्राथमिकी से बाहर क्यों किया गया, इसलिए कि वे अब भाजपा में शामिल हो गए है? वहीं संपर्क करने पर चिंतामणी महाराज ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें इस मुद्दे के बारे में कोई जानकारी नहीं है और वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.