मुख्य मार्ग का हाल खस्ता... MP से Chhattisgarh जाना हुआ मुहाल, लोगों को हर दिन हो रही परेशानी

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश के साथ जोड़ने वाली मुख्य सड़क बहुत खस्ता हाल है. इस वजह से लोगों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है. 

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Bad Road in MP and Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश से जोड़ने वाली एकमात्र लाइफ लाइन सड़क बिलासपुर-पेंड्रा-अनूपपुर मार्ग खस्ता हाल हो चुकी है. आर.एम.के.के. रोड के नाम से जाने जाना वाली ये सड़क छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur) से जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है, जिसपर डेढ़ फिट से डेढ़ मीटर तक के गड्ढे हैं. छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश (MP-Chhattisgarh) की लाइफ लाइन यही सड़क है. वहीं, नव गठित जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही और मनेद्रगढ़ सोनहत बैकुंठपुर को संभागीय कार्यालय, बिलासपुर (Bilaspur) से जोड़ने वाली यह एक सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. 100 किमी की यात्रा लगभग 3 से 4 घंटे में तय होती है. लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत आने वाली इस सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) को हस्तांतरण कर दी गई है, लेकिन, राष्ट्रीय राजमार्ग पर अभी तक काम शुरू नहीं किया गया है. 

मध्य प्रदेश जाने में हो रही परेशानी

गड्ढों से हो रही परेशानी

छत्तीसगढ़ का सीमांत जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही और महेंद्रगढ़ सोनहत चिरमिरी को अपने संभागीय कार्यालय बिलासपुर और राजधानी रायपुर जाने के लिए लोक निर्माण विभाग के आर. एम. के. के. रोड रतनपुर से होकर गुजरना होता है. साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हर दिन मरीज को जिला चिकित्सालय से गंभीर बीमारी एवं दुर्घटना से घायल लोगों को रेफर के लिए बिलासपुर रायपुर जाने का यही मार्ग है. इमरजेंसी वाहन एंबुलेंस से मरीजों को ले जाने में भी परेशानी होती है क्योंकि गड्ढों से भरे सड़क पर मरीज और परेशान हो जाते हैं. 

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कोल माइंस के लिए इस्तेमाल होता है हाईवे

छत्तीसगढ़ के सीमांत इलाके में स्थित जितने भी कोल माइंस है, यहां का कोयला छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों पर ले जाने के लिए इसी मार्ग का उपयोग किया जाता है. बसंतपुर से रतनपुर तक की दूरी लगभग 75 किमी है और यही मार्ग बुरी तरह जर्जर है. रतनपुर के बाद कोरबा बिलासपुर रायपुर नेशनल हाईवे से जुड़ जाती है. इस सड़क मार्ग पर सैकड़ों गांव आते हैं, जिनकी आवाजाही इन्हीं सड़क मार्गों से है. वे सभी ग्रामीण जर्जर सड़क की वजह से बुरी तरह परेशान हैं. वाहन जिस कदर इस मार्ग पर चलती हैं और उसे उड़ने वाले धूल पूरे सड़कों और इलाके में धुंध छा जाता है. 

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मुख्य मार्ग पर हैं कई सारे गड्ढे

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बरसात के बाद होगी सड़क की मरम्मत-पीडब्ल्यूडी

खराब सड़क के मामले पर पीडब्ल्यूडी विभाग का कहना है कि सड़कों की मरम्मत का काम 15 अक्टूबर, बरसात के सीजन के बाद ही शुरू होगा. उसके पहले डीबीएम के माध्यम से सड़के रिपेयर की जा सकती है. सड़क की मरम्मत को लेकर एनएच अधिकारी कोई एक्शन लेते नजर नहीं आ रहे हैं. 

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