सूरजपुर: कुत्ते ने दौड़ाया, डर कर भागी मासूम बच्ची कुएं में गिरी, मौत

छत्तीसगढ़ के सूरजपुर सतपता में आवारा और पागल कुत्ते की वजह से एक सात साल के मासूम बच्ची की मौत हो गई. हुआ यूं कि कुत्ते ने बच्ची को दौड़ाया तो वो डर कर भागी. इसी दौरान वो गड्ढे नुमा कुंए में जा गिरी. 3 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला लेकिन उस बच्ची को बचाया नहीं जा सका.

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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर (Surajpur News)सतपता में आवारा और पागल कुत्ते (Stray Dogs) की वजह से एक सात साल के मासूम बच्ची की मौत हो गई. हुआ यूं कि कुत्ते ने बच्ची को दौड़ाया तो वो डर कर भागी. इसी दौरान वो गड्ढे नुमा कुंए में जा गिरी. 3 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन (rescue operation) चला लेकिन उस बच्ची को बचाया नहीं जा सका. ये हादसा गुरुवार शाम को हुआ. 

मदरसे से लौट रही थी बच्ची

प्राप्त जानकारी के मुताबिक सतपता की रहने वाली सात साल की जीनत खानम (Zeenat Khanum)गुरुवार शाम को मदरसे से पढ़ाई के बाद घर लौट रही थी. मदरसा में उसकी बड़ी बहन भी साथ में पढ़ती है. तभी रास्ते में एक पागल कुत्ते ने उन्हें दौड़ा दिया. बड़ी बहन तो बच गई लेकिन जीनत भागने के दौरान गड्ढे नुमा कुएँ में गिर गई.बड़ी बहन ने घरवालों और पड़ोसियों को घटना के बारे में बताया तो लोगों ने विश्रामपुर थाने को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस और नगर सेना के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और खोजबीन शुरू की. करीब 3 घंटे के बाद जीनत की बॉडी मिली. उसे बचाया नहीं जा सका. 

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रोजगार की तलाश में दुबई जाने निकला था पिता

पड़ोसियों के मुताबिक विश्रामपुर में टायर रिपेयरिंग का काम कर जीवन यापन करने वाले मोहम्मद जसीम सतपता में अपने परिवार को कुछ दिन पहले ही किराए के मकान में शिफ़्ट करने के बाद रोजगार की तलाश में दुबई जाने निकले थे.जहां एक दिन बाद ही उनकी दुबई की फ़्लाइट थी,,वहीँ आज शाम अचानक बच्ची जीनत की मौत की खबर पाकर पिता जसीम पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.वे दिल्ली से वापस घर के लिए लौट गए.  

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सुरजपुर: इसी तालाब में गिरी थी बच्ची. बचाव दलों ने 3 घंटे तक कोशिश की लेकिन बच्ची को बचाया नहीं जा सका.

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ख़तरनाक कुएं को पाटने की मांग

गुस्साए ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सतपता एक बड़ी आबादी वाला गाँव है,,जहाँ गाँव के बीच में एक खाली ग्राउंड है.गांव के बच्चे भी इस जगह पर खेलते है. इसी जगह एक बड़ा सा गढ्ढा नुमा खतरनाक कुआं है.जहां गांव वाले कुएं में अपशिष्ट पदार्थ कचड़ा फेंकते हैं.बारिश का समय होने की वजह से कुएं में पानी भरा हुआ है. वहीँ जब मृतिका बच्ची कुत्ते के दौड़ाने से भाग रही थी तो उसे कुआं नजर नहीं आया जिस वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ,,घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पंचायत प्रतिनिधियों से कुआं को जल्द से जल्द मिट्टी डाल कर पाटने की मांग की है,ताकि भविष्य में दोबारा कोई हादसा न हो. 

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