फिर सुर्ख़ियों में आया इस खूंखार नक्सली का गांव, 15 दिनों में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत, जानें वजह

Naxalites In Chhattisgarh: टॉप वांटेड नक्सली हिड़मा के पूवर्ती गांव में 15 दिनों के अंदर तीन ग्रामीणों की मौत हुई है. सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं.

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Chhattisgarh Naxal News: देश का टॉप मोस्ट वांटेड नक्सली माड़वी हिड़मा का गांव पूवर्ती एक बार फिर चर्चा में आ गया है. बीते 15 दिनो में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई है. गांव की एक महिला की मौत डिलीवरी के दौरान होने की खबर है, वहीं दो सगे भाइयों की नक्सलियों ने बेरहमी से हत्या कर दी है. घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

विकास कामों को धरातल पर पहुंचाने की कोशिश 

दरअसल सुकमा जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में मौजूद पूवर्ती गांव मोस्ट वांटेड नक्सली हिड़मा का पैतृक गांव है. जो नक्सलियों के गढ़ में मौजूद है. हालांकि इस साल फरवरी महीने में सुरक्षाबल के जवानों का कैंप खुला है. नक्सलियों का सबसे सुरक्षित ठिकाना कहे जाने वाले इस इलाके से नक्सलियों को बैकफुट पर ला दिया है. सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने कहा कि घटना में शामिल गांव के कुछ लोगों की पहचान की गई है. जल्द ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से सुकमा जिले के धुर नक्सली प्रभावित गांव पूवर्ती विष्णुदेव सरकार के निशाने पर है. नक्सलियों को बैक फुट पर धकेलने के साथ गांव में विकासात्मक कार्यों को धरातल पर उतारने का काम जोर-शोर से जारी है.

स्कूली छात्र को उतारा मौत के घाट 

कई सालों से नक्सलियों के गढ़ के रूप में पहचान बना चुके पूवर्ती में अब हालात बदल रहे हैं. नक्सल गतिविधियों में गिरावट के साथ ही ग्रामीण भी अब प्रशासन की ओर प्रभावित हो रहे हैं. यही वजह है कि नक्सली बौखलाहट में निर्दोष ग्रामीणोंं को भी अब अपना शिकार बना रहे हैं.

पूवर्ती में बीते 15 दिनों में एक महिला समेत 3 लोगों की मौत हो गई है. पूवर्ती निवासी ओयम दुड़वा की बहू की सामान्य मौत बताई जा रही है. वहीं उसके दोनो बेटे आयेम सीताराम और ओयम शंकर की हत्या नक्सलियों ने कर दी है.

16 साल का ओयम शंकर, दंतेवाड़ा जिले के बांगापाल स्कूल में पढ़ाई कर रहा था. पहली बार नक्सलियों ने स्कूली छात्र को यूनिफॉर्म में ही मौत के घाट उतारा है. इधर घटना के बाद ओयम दुड़वा अपने परिवार के साथ गांव छोड़कर कहीं चला गया है.  

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नक्सलियों ने ली जिम्मेदारी 

दक्षिण बस्तर डिवीजन के पामेड़ एरिया कमेटी सचिव जग्गू ने प्रेस नोट जारी कर इन दोनों भाइयों के हत्या की जिम्मेदारी ली है. जारी प्रेस नोट में नक्सलियों ने दोनों को पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया है. नक्सलियों ने लिखा है कि 4 बार जन अदालत लगाकर समझाइश देने के बाद भी इसके दोनों सुधरने का नाम नहीं ले रहे थे. जिसके चलते नक्सली संगठन ने दोनों भाइयों को मौत के घाट उतारने का फैसला लिया. 

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