Water Crisis: गांव के लोग हुए पेयजल के लिए परेशान, कुएं का पानी पीने के लिए हैं मजबूर

Chhattisgarh News: भीषण गर्मी में ग्रामिणों को पीने के लिए ठीक तरीके से पानी नसीब नहीं हो रहा हैं. ऐसे में वह कुएं का पानी पीने के लिए मजबूर हैं. 

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पानी को लेकर परेशान हैं 25 परिवार

Drinking Water Problem: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एमसीबी जिले के ग्राम पंचायत सोनवर्षा में ग्रामीण इस भीषण गर्मी (Extreme Heat) में पेयजल के लिए परेशान हैं. हैंडपंप (Hand Pump) से पानी निकलना बंद हो गया है और जिसमें निकल भी रहा है, वह पीने के लायक नहीं है. ग्रामीणों को कहीं कुआं, तो कहीं ढोंढ़ी का पानी पीना पड़ रहा है. इस इलाके में दो सरकारी हैंडपंप भी है, लेकिन दोनों कई दिनों से खराब पड़े हुए है. ऐसे में प्रशासन भी अपनी आंखें बंद किए बैठी है. आखिर ये अपनी परेशानी लेकर कहां जाएं... 

25 परिवारों के लिए दो सरकारी हैंडपंप 

एमसीबी जिले के उजियारपुर ग्राम पंचायत से अलग होकर बीते पंचवर्षी चुनाव में ग्राम पंचायत बने सोनवर्षा में इन दिनों पानी की किल्लत है. यहां के ग्रामीण पेयजल के लिए कुएं और ढोंढ़ी पर आश्रित हैं. एक तरफ विभाग सभी हैंडपंप सही होने की बात कहते नहीं थकता, वहीं यहां के ग्रामीण इस भीषण गर्मी में पेयजल के लिए जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं. ग्राम पंचायत सोनवर्षा का महादेव टिकरा गांव जहां पंडो और आदिवासी समाज के 25 परिवार के 150 लोग रहते हैं. यहां दो सरकारी हैंडपंप लगे हैं, जिनमें एक गर्मी से पहले ही खराब पड़ा हुआ है. वहीं दूसरे हैंडपंप में आयरनयुक्त पानी आने वह पीने लायक नहीं है. 

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70 परिवार कुओं के सहारे 

ग्रामीण अगर साय ने बताया कि गांव में पानी की बहुत दिक्कत है. बरसात के दिनों में तो ऊपर का पानी बहकर ढोंढ़ी में आ जाता है, जिससे पानी और गंदा हो जाता है. नल-जल योजना का भी कुछ अता- पता नहीं है. यही हाल पंचायत के कुदरिया पारा का है, जहां संजय के खेत में बना कुआं बीते 10 सालों से कुदरियापारा समेत कदमपारा के 70 परिवार के 200 लोगों की पेयजल पूर्ति कर रहा है. इस दोनों मोहल्ले में एकमात्र हैंडपंप है, जिसमें से पानी आयरनयुक्त निकलने से वह बेकार साबित हो रहा है.

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