सड़क पर लुढ़कते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी के आवास में घुसा सरपंच, अब छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक हो रही चर्चा..

Mahasamund News: दिल्ली भी हैरान हो गई जब छत्तीसगढ़ के एक गांव का सरपंच केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आवास पर लुढ़कते हुए घुस गया. सिर्फ दो किलोमीटर की सड़क की मांग को लेकर सोमवार को महासमुंद जिले का एक सरपंच दिल्ली पहुंच गया. अब सरपंच के इस गांधीवादी तरीके की चर्चा छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक हो रही है..

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सड़क पर लुढ़कते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी के आवास में घुसा सरपंच,अब छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक हो रही चर्चा..

Chhattisgarh News: मांगे दम तोड़ देती हैं, जब हौसले की कमी होती है. लेकिन मांगे तब पूरी हो जाती हैं, जब मांग का तरीका जबरदस्त हो. कुछ ऐसे ही गांधीवादी तरीके का प्रयोग किया है, महासमुंद जिले के सरपंच ने. इसके बाद सरपंच  छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक चर्चा में आ गया. बता दें, सोमवार को दिल्ली की सड़कों पर लुढ़कते हुए महासमुंद जिले के बम्बूरडीह ग्राम पंचायत के सरपंच शत्रुहन चेलक ने जो किया उसने सबका ध्यान अपनी ओर खीच लिया. सरपंच लुढ़कते हुए सीधे केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आवास में घुस गया. सड़क की मांग को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया.

चंदा जोड़कर ग्रामीणों ने भेजा था दिल्ली

ग्राम बावनकेरा से रामा डबरी तक पक्की सड़क के शीघ्र निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने चंदा जोड़कर सरपंच को दिल्ली भेजा था. लेकिन मंत्री से मुलाकात नहीं होने पर सरपंच ने कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है.

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राशि स्वीकृत, टेंडर की प्रक्रिया अधूरी

ग्राम पंचायत बम्बूरडीह के आश्रित ग्राम रामा डबरी से बावनकेरा तक 2 किलोमीटर लंबी पक्की सड़क के लिए  सत्र 2023 में 2 करोड़ 53 लाख 71 हजार रुपये की राशि स्वीकृत हो चुकी थी. लेकिन टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो पाया. बता दें, फरियादी सरपंच ने छत्तीसगढ़ में संबंधित विभाग और अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से मांग की थी. 

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सड़क न होने से ग्रामीण परेशान

ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में हम लोगों की समस्याएं और भी बढ़ जाती है. बच्चों को स्कूल आने-जाने में दिक्कत होती है. मरीजों को चारपाई में लेकर इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ता है. गांव के अंदर वाहन नहीं आ पाते हैं. खबर ये भी है कि गांव में सड़क न होने की वजह से यहां युवकों की शादी भी नहीं हो रही है. लोग इस गांव में रिश्ता करने से बचते हैं.

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