Aanandji Singh Suspend: डिप्टी कमिश्नर आनंदजी सिंह सस्पेंड, फर्जी टैंडर केस के मामले में विभाग ने की कार्रवाई

Aanandji Singh Suspend: डिप्टी कमिश्नर डॉ. आनंदजी सिंह पर आखिरकार निलंबन की गाज गिर गई है. वे फर्जी टैंडर केस के मामले में जेल की सजा काट रहे हैं. आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है?  

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फर्जी टैंडर केस मामले में इन तीनों पर FIR दर्ज हुई है. फोटो में बीच में दिखाई दे रहे शख्स डिप्टी कमिश्नर आनंदजी सिंह हैं.

Deputy Commissioner Dr. Aanandji Singh Suspend: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से एक बड़ी खबर है. करोड़ों के फर्जी टैंडर केस में आदिवासी विकास विभाग के डिप्टी कमिश्नर डॉ. आनंदजी सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. विभाग ने बुधवार की देर शाम को ये आदेश जारी किया है. 

ये है मामला

दरअसल रायपुर में पदस्थ आदिवासी विकास विभाग के डिप्टी कमिश्नर डॉ. आनंदजी सिंह ने दंतेवाड़ा में सहायक आयुक्त रहते वक्त करोड़ों का फर्जी टैंडर लगवाया था. कलेक्टर ने साल 2021 से लेकर 2024 तक विभाग के डीएमएफ मद से लगाए गए टैंडर की जांच करवाई तो कई चौंकानें वाले खुलासे हुए थे. सारी गड़बड़ी डॉ आनंदजी सिंह और केएस मेसराम के कार्यकाल के दौरान हुई थी. 45 टैंडर फर्जी तरीके से लगाना पाया गया था.

खुलासा होते ही दोनों पूर्व सहायक आयुक्तों और विभाग के एक बाबू के खिलाफ दंतेवाड़ा में एफआईआर दर्ज हुई थी. पुलिस ने दोनों अफसरों को गिरफ्तार कर लिया था. अब ये जेल में हैं. जबकि बाबू अब तक फरार है. 

विभाग ने किया सस्पेंड

इस पूरे मामले के ककरीब 20 दिनों के बाद विभाग ने भी एक्शन लेते हुए डिप्टी कमिश्नर आनंदजी सिंह को सस्पेंड कर दिया है. इस अवधि में इनका कार्यकाल आयुक्त आदिम जाति विभाग रायपुर रखा गया है. निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी. जबकि केएस मेसराम रिटायर्ड हो चुके हैं. इधर फरार बाबू की भी पुलिस तलाश कर रही है.

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