Mahadev Satta App से संबंधित पैसों का होता था लेन-देन, पुलिस को मिले 50 से ज्यादा संदिग्ध बैंक खाते

Chhattisgarh: आरोपी सुनील साहू ने बताया कि उसका संपर्क सट्टा गिरोह के साथ हुआ. जिन्होंने उसे बैंक खाते खुलवाने की एवज में 15000 से 20000 रुपए देने की बात कही. उसने अपने परिचित अरुण रात्रे को ये बात बताई अरुण रात्रे और दोनों ने जाकर इंडसइंड बैंक जाकर बैंक अफसर दिनेश यादव से खाते खुलवाए.

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Chhattisgarh News: महादेव सट्टा ऐप Mahadev Satta App)से संबंधित एक बड़ी खबर सामने आ रही है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की रायगढ़ पुलिस (Raigarh Police) ने प्रतिबंधित महादेव सट्टा ऐप और लोटस ऐप में पैसों के अवैध लेन - देन हेतु ग्रामीणों को गुमराह कर उनके बैंक अकाउंट का आपराधिक दुरुपयोग करने पर गिरोह के दो सदस्यों और स्थानीय इंडसइंड बैंक प्रबंधक और कर्नाटका बैंक के कर्मचारी को गिरफ्तार किया है. जिनसे खुलवाये गये खाता धारकों के खाता किट की भी जब्त की गई है. पुलिस आगे की जांच कर रही है. चारों आरोपियों को धोखाधड़ी के अपराध में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है. महादेव सट्टा ऐप का मामला काफी चर्चा में रहा है. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल का नाम भी इस केस में आ चुका है.

परिचित लोगों का खुलवाते थे बैंक खाते

सराईभद्दर रायगढ़ के रहने वाले जीवनलाल साहू का करीब सात-आठ महीने पहले उनरे पूर्व उसके परिचित अरूण रात्रे ने शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर इंडसइंड बैंक रायगढ़ में खाता खुलवाया था. जीवन साहू को उसके खाते में कभी रकम लेन-देन होने की जानकारी मोबाईल मैसेज और ई-मेल पर मिली. जिसके बाद वो खाता खोलने वाले बैंक मैनेजर दिनेश यादव से मिले जो अपनी व्यस्तता बताकर बैंक से लौटा देते थे. इसी दौरान इसे जानकारी मिली कि अरूण रात्रे ने सराईभद्दर और आसपास के कई लोगों का खाता खुलवाया है. जब इन्होंने रात्रे से पूछताछ की तो अरूण भी गोल मोल बातें करने लगा और घूमाने लगा. 

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पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

इसके बाद इन्होंने पुलिस में शिकायत की. मामला एसपी दिव्यांग कुमार पटेल के संज्ञान में आने पर साइबर सेल एंव थाना प्रभारी जूटमिल को बारीकी से जांच करने निर्देशित किया गया. थाना प्रभारी जूटमिल ने दिनांक 22 जून को धारा 420, 120(बी), 409 आईपीसी धारा 8 अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया.

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कमीशन के लालच में खुलवाए बैंक खाते

वहीं अन्य आरोपी सुनील साहू ने बताया कि उसका संपर्क सट्टा गिरोह के साथ हुआ. जिन्होंने उसे बैंक खाते खुलवाने की एवज में 15000 से 20000 रुपए देने की बात कही. उसने अपने परिचित अरुण रात्रे को ये बात बताई अरुण रात्रे और दोनों ने जाकर इंडसइंड बैंक जाकर बैंक अफसर दिनेश यादव से खाते खुलवाए. सुनील साहू ने अरुण रात्रे को 12 से 15 हजार रूपए का कमीशन दिया. इसबे बाद इन्होंने खाता खुलवाने के लिए इंडसइंड बैंक के ऑपरेशन मैनेजर दिनेश यादव और कर्नाटका बैंक के सेल्स एशोसियेट दीपक गुप्ता को खाता खुलवाने में 4-5 हजार कमीशन दिया, जिसके बाद बैंक अफसर भी इनके साथ लोगों का खाता खुलवाकर ठगी करने में शामिल हो गए.

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पुलिस कर रही है मामले की जांत

पुलिस मामले की गहनता के साथ जांच कर रही है. जिससे इस प्रकार के फ़र्ज़ी खाता खुलवाने वालों का पता लगाया जा सके. अभी तक की जांच  में पुलिस को 50 से अधिक ऐसे और खाते मिले हैं जिनके ट्रांजेक्शन संदिग्ध नजर आ रहे हैं.

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