सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक के शाखा रामानुजगंज से करोड़ों रुपये की राशि गबन मामले में थाना प्रभारी और हवलदार निलंबित

Balrampur News: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर (Balrampur) में जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक शाखा रामानुजगंज से करोड़ों रुपये के गबन मामले में थाना प्रभारी और एक प्रधान आरक्षक को निलंबित कर दिया गया है. यह निलंबन सरगुजा आईजी के द्वारा किया गया है.

Advertisement
Read Time: 2 mins

Chhattisgarh News in Hindi: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर (Balrampur) में जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक के शाखा रामानुजगंज में धोखे से किसानों के नाम पर करोड़ों रुपये का KCC लोन निकालने का मामला सामने आया था. अब इस मामले में थाना प्रभारी ललित यादव और एक प्रधान आरक्षक को निलंबित कर दिया गया है. यह निलंबन सरगुजा आईजी के द्वारा किया गया है.

KCC के नाम पर 1.33 करोड़ रुपये का गबन

दरअसल, बीते कुछ दिन पहले सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक के शाखा रामानुजगंज में बैंक के मैनेजर, प्रबंधक, ऑपरेटर और कैशियर पर किसान को बिना जानकारी दिए केसीसी के नाम पर 1 करोड़ 33 लाख रुपये का गबन करने का आरोप लगा है. हालांकि इस मामले में रामानुजगंज पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन इस कार्रवाई से प्रार्थी संतुष्ट नहीं हुआ और फिर से इस खेल के मास्टरमाइंड तत्कालीन बैंक प्रबंधक के खिलाफ शिकायत की. 

FIR में छेड़छाड़ करने के मामले में थाना प्रभारी और प्रधान आरक्षक निलंबित

शिकायत के बाद अंबिकापुर जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने सरगुजा आईजी अंकित गर्ग से इस मामले की शिकायत की. इस मामले की जांच के लिए आईजी ने एक टीम गठित की. जांच के दौरान टीम ने पाया कि रामानुजगंग थाना प्रभारी ललित यादव और एक हवलदार उमेश यादव के द्वारा FIR में छेड़छाड़ किया गया है. वहीं मुख्य आरोपी यानी इस खेल के मास्टरमाइंड तत्कालीन बैंक प्रबंधक को बचाते हुए एफआईआर में नाम दर्ज नहीं किया गया और नहीं उसे गिरफ्तार किया गया.

हालांकि जांच में दोषी पाते हुए सरगुजा आईजी अंकित गर्ग ने थाना प्रभारी और प्रधान आरक्षक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया. फिलहाल मुख्य मास्टरमाइंड आरोपी की तलाश की जा रही है.

Advertisement

ये भी पढ़े: HIV Case: छतरपुर में 50 लोगों की एचआईवी से मौत, 18 साल में 396 संक्रमित, क्यों खजुराहो में बढ़ रहे AIDS के मामले?