Chhattisgarh: जान की बाजी लगाकर पहुंच रहे हैं जलप्रताप में पिकनिक मनाने, कुछ दिन पहले डूबने से हो चुकी है एक युवक की मौत

Latest News: एमसीबी जिले में नागपुर के पास ग्राम लाई से बहने वाली हसदेव नदी में अमृतधारा जलप्रपात स्थित है. यहां साल भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है. ठंड और बारिश के दिनों में यहां सबसे ज्यादा पर्यटक 90 फीट की ऊंचाई से गिरते हुए झरने को देखने के लिए पहुंचते हैं.

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जान को खतरे में डालकर जलप्रताप में आ रहे हैं लोग

Chhattisgarh:  मनेंद्रगढ़ - एमसीबी जिले में मानसून कभी भी दस्तक दे सकता है. प्री मानसून की बारिश शुरू हो गई है. इसके बावजूद लोग लापरवाही बरतते हुए जलप्रतापों में पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं. जबकि बारिश से जल प्रतापों में कभी भी पानी का तेज बहाव बाढ़ का रूप ले सकता है.

गहरे पानी में डूबने से हो गई थी मौत

आपको बता दें कि सप्ताह भर पहले ही चिरमिरी हल्दीबाड़ी का युवक 6 दोस्त के साथ पिकनिक मनाने के लिए अमृतधारा जलप्रपात में पहुंचा था, जहां गहरे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई थी. हर साल यहां बारिश के बाद आने वाले तेज पानी के बहाव में लोग बह जाते हैं. इसके बावजूद खतरे को देखते हुए सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं. अमृतधारा जलप्रपात में रोज सैकड़ों की संख्या में लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंच रहे हैं.

भीषण गर्मी से बचने को पहुंच रहे हैं लोग

इन दिनों स्कूल और कॉलेज की छुट्टियां चल रही हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग आसपास के पर्यटन स्थल में सैर सपाटे के लिए पहुंच रहे हैं. भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए युवाओं के लिए अमृतधारा वाटर फॉल आकर्षण का केंद्र बना हुआ हैं. यहीं वजह है कि आसपास के शहरी क्षेत्र से बड़ी संख्या में युवा गर्मी के दौरान पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं. हालांकि दिसम्बर और जनवरी की तुलना में भीड़ कम दिख रही है, लेकिन हर दिन यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं.

बता दें कि पिकनिक मनाने के लिए झरने के नीचे जाने की अनुमति नहीं हैं. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होने के बावजूद पर्यटक नीचे वाटर फॉल के नीचे और गहराई वाली जगह नहाने के लिए उतर रहे हैं. गर्मी की वजह से अमृतधारा जलप्रपात में पानी कम हुआ हैं, लेकिन वाटर फॉल वाले क्षेत्र में खतरा कम नहीं हुआ हैं.

वाटर फॉल में डूबने से हो चुकी है कई मौत 

एमसीबी जिले में नागपुर के पास ग्राम लाई से बहने वाली हसदेव नदी में अमृतधारा जलप्रपात स्थित है. यहां साल भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है. ठंड और बारिश के दिनों में यहां सबसे ज्यादा पर्यटक 90 फीट की ऊंचाई से गिरते हुए झरने को देखने के लिए पहुंचते हैं. उन दिनों सुरक्षा के लिहाज से जलप्रपात के आसपास जाने की सख्त मनाही होती हैं. यही नहीं सुरक्षा के लिए पुलिस व ग्रामीणों को तैनात किया जाता हैं. इससे पहले भी अमृतधारा जलप्रपात में नहाने के दौरान डूबने से मौत की घटना सामने आ चुकी है.

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शराब पीकर पहुंच जाते हैं नीचे

अमृतधारा जलप्रपात में नीचे तक पर्यटक पहुंच रहें हैं. यही नहीं बड़ी संख्या में पर्यटकों के द्वारा नीचे पहुंचकर शराब का सेवन भी किया जा रहा है. शराब के नशे में भी युवा पानी में उतर जाते हैं. नीचे और गहरे पानी में उतरने की अनुमति नहीं है, लेकिन इन दिनों कोई रोकने वाला नहीं हैं, जिसका फायदा उठाकर युवा नीचे चले जाते हैं.

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