डिजिटल अरेस्ट कर 2.83 करोड़ की ठगी करने वालों तक पहुंच गई पुलिस, गिरोह के 5 मेंबर्स ऐसे चढ़े हत्थे

Online Scams India: डिजिटल अरेस्ट के नाम पर रिटायर्ड जीएम सोनिया गंजपाल से 2.83 करोड़ की ठगी मामले में  रायपुर पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण के जरिए ठगों के मोबाइल नंबरों और बैंक खातों की जानकारी जुटाई. जांच में पता चला कि ठगी की रकम को कई फर्जी खातों में ट्रांसफर की गई थी. इसी के आधार पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और लखनऊ में दबिश देकर पांच आरोपियों आकाश साहू, शेर बहादुर सिंह उर्फ मोनू, अनूप मिश्रा, नवीन मिश्रा और आनंद कुमार सिंह को गिरफ्तार किया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Cyber Fraud Cases: राजधानी रायपुर (Raipur) में निजी कंपनी से रिटायर्ड जीएम सोनिया गंजपाल से डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) कर 2 करोड़ 83 लाख की  ठगी मामले में पुलिस (Raipur Police) ने  उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर (Gorakhpur) और लखनऊ (Lucknow) से 5 अंतरराज्यीय ठगों को गिरफ्तार किया है. 

रायपुर के आमासिवनी विधानसभा क्षेत्र की निवासी सोनिया हंसपाल ने थाना विधानसभा में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे अज्ञात मोबाइल नंबरों से कॉल आया. शातिर ठगों ने खुद को दिल्ली साइबर विंग और दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताकर उन्हें डराया-धमकाया. ठगों ने दावा किया कि सोनिया के आधार कार्ड से कई बैंक खाते जुड़े हैं, जिनमें मनी लॉन्ड्रिंग की गतिविधियां हो रही हैं. इसके बाद व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए उन्हें डिजिटल अरेस्ट में रखकर 21 मई 2025 से 10 जुलाई 2025 के बीच 2.83 करोड़ रुपये ठग लिए गए.

Advertisement

ठग ऐसे छड़ें पुलिस के हत्थे

पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण के जरिए ठगों के मोबाइल नंबरों और बैंक खातों की जानकारी जुटाई. जांच में पता चला कि ठगी की रकम को कई फर्जी खातों में ट्रांसफर की गई थी. इसी के आधार पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और लखनऊ में दबिश देकर पांच आरोपियों आकाश साहू, शेर बहादुर सिंह उर्फ मोनू, अनूप मिश्रा, नवीन मिश्रा और आनंद कुमार सिंह को गिरफ्तार किया.

Advertisement

ठगों ने बिछा रखा था 40 से अधिक फर्जी कंपनियों का जाल

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने ठगी के लिए 40 से अधिक फर्जी कंपनियां बनाई थीं, जिनमें नारायणी इंफ्रा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, गणेशा डेवलपर्स, अर्बन एज इंफ्रा बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड, पावन धरा इंफ्रा बिल्डकॉन, स्नो हाइट्स कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और आनंद ट्रेडर्स शामिल हैं. इन कंपनियों के नाम पर बैंक खाते खोलकर ठगी की रकम को इधर-उधर किया जाता था. आरोपियों में शामिल आनंद कुमार सिंह उत्तर प्रदेश के देवरिया में पंजाब नेशनल बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र संचालित करता है. उसने अपने इस केंद्र का दुरुपयोग कर ठगी की रकम को विभिन्न खातों में स्थानांतरित किया.

Advertisement

यह भी पढ़ें- पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड मूसा समेत तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने किया ढेर, 20 लाख का था इनामी

पुलिस ने 43 लाख रुपये कराए होल्ड

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ठगी से संबंधित बैंक खाते, चेक बुक, सिम कार्ड और मोबाइल फोन जब्त किए हैं. साथ ही, उनके बैंक खातों में मौजूद 43 लाख रुपये की रकम को होल्ड करा लिया गया है. अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए रायपुर के एएसपी डॉ लाल उमेद  ने बताया कि रेंज साइबर थाना, एण्टी क्राईम ब्रांच एंड साइबर यूनिट और विधानसभा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में ये सफलता मिली. 

यह भी पढ़ें-  MP में अब 100 करोड़ की फर्जी रजिस्ट्री के खुलासे से मचा हड़कंप, 20 संदिग्ध रजिस्ट्रियों की जांच शुरू