यहां बिक रहे जहरीले Momos! 50 लोगों की तबीयत बिगड़ी, 13 बच्चों समेत 18 अस्पताल में भर्ती

छत्तीसगढ़ के धमतरी में Nepali momos contamination का मामला सामने आया, जहां 50 से अधिक लोग food poisoning का शिकार हो गए. 13 बच्चों समेत कई मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. Food safety alert जारी होने के बाद प्रशासन ने मोमोज बेचने पर रोक लगाई और health department investigation शुरू कर दी है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Nepali momos Contamination: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में नेपाली मोमोज खाने के बाद अचानक बड़ी संख्या में लोगों की तबीयत बिगड़ गई. चार दिनों के भीतर 50 से ज्यादा लोग पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे. इनमें 13 बच्चे भी शामिल हैं. मामला सामने आते ही प्रशासन हरकत में आया और मोमोज बेचने वाले का सैंपल जांच के लिए भेज दिया.

खाने के बाद बिगड़ी तबीयत

धमतरी जिले के मगरलोड क्षेत्र में एक ही तरह की शिकायत लेकर मरीज लगातार अस्पताल पहुंचते रहे. भैंसमुंडी, बेलरदोना, मेघा, अरौद, गिरौद, खैरझिटी, भोथीडीह और जामली जैसे गांवों के लोगों को अचानक पेट दर्द, उल्टी और दस्त की समस्या होने लगी. जांच में सामने आया कि ज्यादातर लोगों ने मेघा चौक के पास एक दुकान से नेपाली मोमोज खाए थे, जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई.

13 बच्चों समेत 50 लोग बिमार 

मगरलोड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही 18 से अधिक मरीजों को भर्ती किया गया, जिनमें 13 बच्चे (18 वर्ष से कम) और 5 वयस्क शामिल थे. डॉक्टरों के मुताबिक अधिकांश मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है, लेकिन 5 लोगों का इलाज अभी भी जारी है. बाकी लोग अलग–अलग अस्पतालों में उपचार करा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- चाइना डोर से पतंग उड़ाई तो जाएंगे जेल, एसपी प्रदीप शर्मा ने व्यापारियों को भी दी चेतावनी,112 पर सूचना देने की अपील

Advertisement

परिजनों ने की कार्रवाई की मांग

मरीजों के परिजनों का कहना है कि इस तरह खुले में बिकने वाले मोमोज और अन्य खाद्य पदार्थों पर कड़ी निगरानी होनी चाहिए. उनका आरोप है कि यदि समय पर जांच नहीं की गई, तो ऐसे मामले दोबारा हो सकते हैं और लोगों की जान जोखिम में पड़ सकती है.

दुकानदार पर रोक, सैंपल जांच जारी

मामला गंभीर देखते हुए प्रशासन ने संबंधित दुकानदार को फिलहाल मोमोज बेचने से रोक दिया है. खाद्य विभाग ने मोमोज का सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है. रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ होगा कि खाद्य सामग्री में क्या खराबी थी.

Advertisement

ये भी पढ़ें- सुकमा के टॉप कैडर के नक्सली दंपति ने आंध्र प्रदेश में किया सरेंडर, 40 सालों से संगठन में थे सक्रिय 

कलेक्टर का आश्वासन

कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं और भरोसा दिलाया है कि गलती मिलने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन का कहना है कि लोगों की सेहत से खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

Advertisement