Municipal Election: नगरीय निकाय चुनाव का इंतजार जल्द होगा खत्म, आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब कभी भी हो सकता है तारीखों का ऐलान

Chhattisgarh Municipal Election Date: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनावों का ऐलान कभी भी हो सकता है. विधानसभा और लोकसभा के बाद अब जनता शहर की सरकार चुनेगी. चुनाव की प्रशासनिक तैयारियों के बीच राजनीतिक दलों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Chhattisgarh Municipal Election News: छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की हलचल तेज हो गई है. महापौर और अध्यक्ष पदों के लिए आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा किसी भी समय चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है. रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, धमतरी सहित राज्य के  14 प्रमुख नगर निगमों और नगर पालिकाओं में चुनाव होना है.

बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला

इसके साथ ही सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस दोनों ही दल चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. पांच साल पहले हुए जब स्थानीय निकायों के चुनाव हुए थे, तब सूबे में कांग्रेस की सरकार थी, लिहाजा, चुनाव में कांग्रेस ने ज्यादातर नगर निगमों में विजय प्राप्त की थी. तब रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, धमतरी, रायगढ़, अंबिकापुर, दुर्ग, राजनांदगांव और जगदलपुर में नगर निगमों हुए चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी थी, लेकिन राज्य में सत्ता बदलने के बाद तख्तापलट हुआ और जगदलपुर के मेयर ने अपने समर्थक पार्षदों के साथ बीजेपी ज्वाइन कर ली. अब राज्य में भाजपा की सरकार है. ऐसे में बीजेपी को इस बार राज्य की जनता से उम्मीद है कि वह उनकी पार्टी को समर्थन देगी.

Advertisement

बीजेपी का है बूथ मैनेजमेंट पर है जोर

छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रवक्ता अनुराग अग्रवाल ने बताया कि पार्टी की बड़ी बैठकें हो रही हैं और बूथ स्तर पर मैनेजमेंट मजबूत किया जा रहा है. उनका दावा है कि इस बार सभी नगरीय निकायों में बीजेपी की सरकार बनेगी.

Advertisement

पिछली जीत को दोहराने की तैयारी में जुटी कांग्रेस

छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि कांग्रेस इस बार न केवल अपनी पिछली जीत दोहराएगी, बल्कि और अधिक निकाय क्षेत्रों में जीत दर्ज करेगी. उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं का सम्मेलन और बैठकें पूरी हो चुकी है.

Advertisement

यहां देखें कौन सा शहर किस वर्ग के लिए है आरक्षित

इस बार प्रत्यक्ष प्रणाली से जनता मेयर और अध्यक्ष को चुनेगी. महापौर पदों के आरक्षण में महिलाओं और शेष आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी गई है.

  • 1. रायपुर: अनारक्षित महिला
  • 2. बीरगांव: अनारक्षित महिला
  • 3. दुर्ग: ओबीसी महिला
  • 4. भिलाई: ओबीसी
  • 5. भिलाई चरौदा: ओबीसी
  • 6. बिलासपुर: ओबीसी
  • 7. कोरबा: अनारक्षित महिला
  • 8. धमतरी: अनारक्षित
  • 9. रायगढ़: एसी
  • 10. अम्बिकापुर: एसटी
  • 11. रिसाली: एससी महिला
  • 12. चिरमिरी- अनारक्षित
  • 13.जगदलपुर- अनारक्षित
  • 14.राजनांदगांव -अनारक्षित



जनता के फैसले का इंतजार
चुनाव की तारीख घोषित होने का इंतजार है. अब देखना होगा कि जनता किस राजनीतिक दल पर भरोसा जताती है. क्या बीजेपी राज्य की सत्ता के साथ स्थानीय निकायों में भी पकड़ बना पाती है, या कांग्रेस अपनी पिछली जीत को और मजबूत करने में सफल हो पाती है? यह तो समय ही बताएगा.