Mule Accounts Case: 5 से 10 हजार रुपये में खरीदते थे जन धन अकाउंट; फिर करते थे ठगी, अब हुए गिरफ्तार

Mule Accounts Case: इस मामले में एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ है की यह आरोपी ग़रीब तबके ले लोगों का जनधन खाता बड़ी संख्या में 5-20 हज़ार रुपयों में किराए में लेते थे. खाता के साथ साथ उनका क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड और मोबाइल नंबर भी किया करते थे. जिसको देशभर के अलग अलग साइबर ठगों को बेचकर मोटी रकम कमाते थे

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Mule Accounts Case: 5 से 10 हजार रुपये में खरीदते थे जन धन अकाउंट; फिर करते थे ठगी, अब हुए गिरफ्तार

Mule Accounts Case: दुर्ग पुलिस (Durg Police) ने 'म्युल अकाउंट' सप्लाय करने वाले बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह के शिकंजे में फंसकर हजारों लोग साइबर ठगी का शिकार बन रहे थे. 5 आरोपी पुलिस गिरफ्त में आए जिनके पास से 78 ATM और क्रेडिट कार्ड, 21 चेकबुक, 18 पासबुक और 16 अलग अलग कंपनियों के सिम कार्ड बरामद हुए. मामूले का खुलासा एक मोबाइल दुकानदार की शिकायत से से हुआ. दुकानदार ने थाना पदमनाभपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी मोबाइल की दुकान में रिपेयरिंग का काम करने वाला अमित मिश्रा का दोस्त लोकेश जाधव उर्फ लक्की ने उसे 20 हजार रुपये का लालच देकर बैंक अकाउंट मांगा है. लोकेश ने कहा मेरे भाई टवन का विदेश से पैसा आने वाला है. अकाउंट नहीं है, मुझे खाता उपलब्ध करा दो इसके बदले 20 हज़ार ले लेना, लालच में आकर दुकानदार ने अपना एक्सिस और IDBI बैंक अकाउंट दे दिया. लेकिन कुछ दिनों बाद अधिक पैसों के ट्रांजेक्शन से अकाउंट फ्रीज हो गया जिसके बाद दुकानदार को इस बात का शक हुआ और उसने पुलिस में सूचना दी.

पुलिस ने क्या किया?

पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मुख्य आरोपी लोकेश की तलाश शुरू की. खबर लगते ही लोकेश महाराष्ट्र भागने की फिराक में बस पकड़ने दुर्ग बस स्टैंड पहुंचा. लेकिन पुलिस की नजरें उस पर थीं और दुर्ग बस स्टैंड पर घेराबंदी कर लोकेश को धर दबोचा गया. उसके पास से ही 33 ATM/क्रेडिट कार्ड, 15 चेकबुक, 9 पासबुक और 12 सिम कार्ड मिले.

पूछताछ में लोकेश ने बताया की ये सब काम मैं अपने बड़े भाई टवन कुमार जाधव के साथ मिलकर करता हूं. इसके आधार पर पुलिस ने प्रगति मैदान, बोरसी स्थित टवन के घर पर छापा मारा. वहां से 28 ATM/क्रेडिट कार्ड, 8 चेकबुक, 8 पासबुक और 4 सिम बरामद हुई. टवन ने भी कबूल लिया कि वो और उसके साथी बैंक अकाउंट सप्लाय करते हैं साइबर ठगों को. निशानदेही पर पुलिस ने बाकी तीन शातिरों को पकड़ा विनय सिंह सेंगर, राजु गायकवाड और अमित मिश्रा.

इस मामले में एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ है की यह आरोपी ग़रीब तबके ले लोगों का जनधन खाता बड़ी संख्या में 5-20 हज़ार रुपयों में किराए में लेते थे. खाता के साथ साथ उनका क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड और मोबाइल नंबर भी किया करते थे. जिसको देशभर के अलग अलग साइबर ठगों को बेचकर मोटी रकम कमाते थे. पुलिस ने बताया की इस मामले में जांच जारी है आगे भी खुलासा होगा.

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