कोरिया में आफत बनकर आया मानसून ! मच्छरों के आतंक से जीना हुआ मुहाल

Monsoon Weather News : कोरिया जिले में दो दिन की बारिश के बाद मौसम साफ हो गया है. धूप निकलने के साथ बादल छंटने से जहां उमस भरी गर्मी लोगों को बेहाल कर रही है. वहीं जगह-जगह जलजमाव से मच्छरों की संख्या बढ़ने से लोग परेशान हैं.

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Monsoon 2024: कोरिया जिले में दो दिन की बारिश के बाद मौसम साफ हो गया है. धूप निकलने के साथ बादल छंटने से जहां उमस भरी गर्मी लोगों को बेहाल कर रही है. वहीं, जगह-जगह जलजमाव से मच्छरों की संख्या बढ़ने से लोग परेशान हैं. जिले में जुलाई महीने की शुरुआत होते ही लगातार हुई बारिश से तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है. लोगों को गर्मी से राहत मिली, तो दूसरी ओर खेती-किसानी में भी तेजी आई, लेकिन बारिश के चलते जल जनित रोगों (Water Borne Diseases) का खतरा बढ़ गया है.

बरसात में हुआ जलभराव

बारिश की वजह से अब जगह-जगह गड्ढों और नालों में पानी भर गया है, जिससे मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है. जिले के शहरी क्षेत्रों में अब तक मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए फॉगिंग और ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया गया है.

जिले में मच्छरों का प्रकोप

जुलाई महीने की शुरुआत के साथ ही जोरदार बारिश हुई, लेकिन शनिवार की सुबह हल्की बारिश के बाद तेज धूप निकल गई, जिससे उमसभरी गर्मी बढ़ने लगी. वहीं, शहरी क्षेत्रों में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है. मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों से बचने के लिए अब तक कोरिया जिला के नपा बैकुंठपुर व शिवपुर-चरचा में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया गया है.

वायरल के भी  बढ़े मरीज

यही नहीं, शहर की नालियों की सफाई भी पूरी नहीं हो सकी है, जिससे लोग मच्छरों के प्रकोप से परेशान हैं. दूसरी ओर, जिला अस्पताल में भी वायरल बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. इसके बावजूद मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए दवा का छिड़काव क्षेत्र में नहीं कराया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग भी प्रभावित क्षेत्रों में दवा का छिड़काव कराने में लापरवाही बरत रहा है.

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नालियों पर अवैध कब्जा

बाजारपारा, महलपारा, कचहरीपारा में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है. नालियों की सफाई में सबसे बड़ी दिक्कत अतिक्रमण की हो रही है. कई वार्डों में, खासतौर पर बाजारपारा में, कई दुकानदारों ने नाली तक दुकान और मकान बढ़ाकर कब्जा कर लिया है, जिससे सफाई में दिक्कत आ रही है. जहां नालियों पर अतिक्रमण नहीं हुआ है. वहां सफाई कर्मी नाली की सफाई कर रहे हैं... लेकिन नपा क्षेत्र की करीब 40% नालियों पर कब्जा हो चुका है.

साफ-सफाई में परेशानी

नालियों की सफाई अब तक नहीं हो सकी है. नगरीय निकायों की तरफ से 15 जून तक बारिश शुरू होने से पहले नालियों की सफाई कर मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव कर देना था, जिससे बारिश के दौरान मच्छर न पनप पाते, लेकिन नपा प्रशासन की लापरवाही के कारण अब तक नालियों की सफाई पूरी नहीं हो सकी है और ना ही दवाओं का छिड़काव किया गया है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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कॉइल की बढ़ी मांग

मच्छर रोधी क्वायल के साथ मच्छरदानी लगाकर लोग बचाव कर रहे हैं, लेकिन झुग्गी-झोपड़ी व स्लम क्षेत्र में रहने वाले लोग जलजनित रोग व मच्छरों की चपेट में आ रहे हैं. मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के कारण बीमार पड़ने का सिलसिला अब शुरू हो गया है. नगरीय निकायों में बारिश शुरू होने के साथ क्वायल समेत मच्छरों से बचने के लिए तमाम तरह के उत्पादों की मांग बढ़ने लगी है.

डेंगू-मलेरिया का खौफ

नपा नेताप्रतिपक्ष अन्नपूर्णा सिंह ने वार्डों की नालियों की समय पर सफाई नहीं कराने पर मच्छरों से होने वाली बीमारी मलेरिया और डेंगू के फैलने की संभावना जताई है. उन्होंने मांग की है कि नगर पालिका प्रशासन जल्द नालियों की सफाई कर ब्लीचिंग पाउडर और फॉगिंग कराए, जिससे लोगों को राहत मिले.

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दवा का छिड़काव नहीं

सफाई अधिकारी नपा के सफाई प्रभारी तेज बली ने बताया कि वार्डों में सफाई का काम पूरा हो गया है, लेकिन बारिश की वजह से दवा का छिड़काव नहीं हो सका है, क्योंकि बारिश में छिड़काव करने पर दवा बह जाएगी. मौसम के खुलने और धूप होने पर जल्द ही दवा का छिड़काव शुरू किया जाएगा.

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