Loksabha Election 2024 Result : छत्तीसगढ़ में जिन सीटों में बीजेपी को जीत के करीब है, उसमें से रायपुर की लोकसभा सीट (Raipur Loksabha Seat) भी है. इस सीट से 8 बार के विधायक और विष्णु कैबिनेट के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agrawal) को जनता ने जीत का ताज पहनाया है. बृजमोहन ने कांग्रेस के प्रत्याशी विकास उपाध्याय (Vikas Upadhyay) को पटखनी दी है. अब तक आए नतीजों में इनके बीच 172192 वोटों का बड़ा अंतर बनता दिख रहा है. ऐसे में यहां स्थिति लगभग साफ हो गई है. हालांकि फाइनल नतीजे आना अभी बाकी है. इनकी जीत के बाद ऐसा माना जा रहा है कि इन्हें केंद्र में जगह मिल सकती है.
राजनीति के चाणक्य हैं बृजमोहन
बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ में भाजपा के सीनियर नेता हैं. वे छत्तीसगढ़ की राजनीति के चाणक्य माने जाते हैं. प्रदेश रणनीति में इनका अहम योगदान होता है. रायपुर में अच्छी धाक है. लोगों से जुड़ाव है. ऐसे में इस बार बीजेपी ने इस सीनियर नेता पर दांव खेला था. बृजमोहन ने इस सीट से फतह हासिल करने कोई कसर नहीं छोड़ी. आखिरकार अच्छे मतों के अंतर से बृजमोहन ने जीत हासिल की है.
साल 2018 की बात है जब छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में जब भाजपा को जबरदस्त पटखनी मिली थी. रायपुर क्षेत्र की विधानसभा सीटों से भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. इकलौते बृजमोहन अग्रवाल ही रायपुर दक्षिण की सीट से विधायक चुने गए थे. विपक्ष में रहते हुए भी क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में इनकी अच्छी धाक रही है. ऐसे में विष्णु मंत्रिमंडल में इन्हें शामिल किया गया था और फिर से शिक्षा मंत्री, पर्यटन संस्कृति बनाया गया था.
पहली बार बने सांसद
भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agrawal) साल 1990 को महज 31 साल की उम्र में पहली बार विधायक बने थे. छात्र जीवन से ही इन्होंने राजनीति की शुरुआत कर दी थी. 1984 में वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बने.1988 से 1990 तक वे भाजयुमो के युवा मंत्री रहे. 1990 में वे पहली बार मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक बने. इसके बाद से 1993, 1998, 2003, 2008, 2013, 2018 और 2023 में वे लगातार विधायक बनते आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर रहे हैं. इन्हें छत्तीसगढ़ में राजनीति का चाणक्य भी कहते हैं. पहली बार वे सांसद चुने गए हैं.
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