Chhattisgarh latest News: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार (Baloda Bazar) जिले के एक विधायक रातभर थाने में धरना देकर बैठे रहे. दरअसल, दो लोगों के निजी जमीन को लेकर हुए विवाद में एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर विधायक थाने में बैठे थे. इसको लेकर अब तमाम चर्चाएं शुरू हो गई हैं. लोगों का कहना है कि शहर की तमाम समस्याओं पर कुछ ना कहने वाले विधायक दो व्यक्तियों की निजी लड़ाई को तुल देने का काम करते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं संविधान की रक्षा करने का शपथ लेने वाली बलौदा बाजार पुलिस अब तक इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं कर पाई है.
निजी जमीन विवाद को लेकर कांग्रेस विधायक का धरना
बता दें कि भाटापारा के रहने वाले रोशन हबलानी और राकेश राकू मंधानी के बीच जमीन को लेकर विवाद है, जहां एक तरफ रोशन हबलानी ने भाटापारा शहर थाना पहुंचकर बताया कि उनकी निजी जमीन पर बाउंड्री की हुई थी, जिसे राकेश मंधानी ने तोड़ दिया है. इसलिए राकेश मंधानी और जेसीबी चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाए. इधर दूसरी ओर राकेश मंधानी भी उस जमीन को अपना बताते हुए शिकायत की है.
FIR दर्ज कराने की मांग को लेकर रातभर धरने पर बैठे रहे विधायक
हालांकि दो लोगों के झगड़े में रोचक मोड तब आया जब भाटापारा के कांग्रेस विधायक इंद्र साव अपने कार्यकर्ताओं के साथ भाटापारा शहर थाना पहुंचे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. दरअसल, भाटापारा के विधायक रोशन हबलानी के पक्ष में एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए पूरी रात धरने पर बैठे रहे.
कांग्रेस विधायक पर आम लोगों ने उठाए सवाल
बताया जा रहा है कि जिस बात को लेकर विधायक धरना पर बैठे हैं यह एक निजी जमीन का मामला है, जिस पर लंबे समय से विवाद चलता आ रहा है. यह भी कहा जा रहा है कि भाटापारा की दूसरी समस्याएं भी है जिस पर विधायक धरना प्रदर्शन और आवाज मुखर कर सकते थे, लेकिन उन्हें निजी झगड़ों में ज्यादा लगाव है. जबकि भाटापारा की सड़क खराब हो चुकी हैं, जल जमाव और नगर पालिका की साफ सफाई पर सवाल खड़े होते रहे हैं? नगर पालिका क्षेत्र में पेयजल की संकट गहराती जा रही है. इन सब मुद्दों को छोड़कर विधायक जमीन के झगड़े पर थाने में धरना दे रहे हैं.
अपराधिक तत्वों के लिए ज्यादा काम करती दिख रही बलौदा बाजार पुलिस
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमसागर सिदार ने कहा कि देर रात 3:30 बजे तक धरना चलता रहा. समझाने के बाद विधायक ने धरना समाप्त किया है. जमीन किसके नाम पर है और क्या घटना हुई है इसकी जानकारी ली जा रही है. साथ ही मामले की भी जांच की जा रही है. हालांकि थाने में धरने पर बैठने और संविधान की रक्षा करने की शपथ लेने वाली पुलिस संवैधानिक व्यक्ति विधायक की मर्यादा का कोई भी ख्याल रखती दिखाई नहीं दी. पिछले कुछ समय से यह भी देखने को मिल रहा है कि बलौदा बाजार जिले की पुलिस आम आदमी के लिए कम अपराधिक तत्वों के लिए ज्यादा काम करती दिखाई दे रही है. नए कानून में भले ही न्याय की बात कही जा रही हो, लेकिन कई मौके पर पुलिस पर अन्याय करने का आरोप लगता रहा है.
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