नक्सलियों को नहीं रास आई आदिवासी की देशभक्ति, 15 अगस्त को भारत माता जिंदाबाद कहने पर उतारा मौत के घाट

Naxalite Killed Tribal Youth: नक्सलियों की निर्मम हत्या का शिकार हुए आदिवासी युवक ने आजादी दिवस के दिन नक्सलियों स्मारक वाली जगह पर तिरंगा फहराया था. नक्सली स्मारक पर ध्वजारोहण करने और भारत माता के जयकारे लगाने से बौखलाए नक्सलियों ने आदिवासी युवक की हत्या को अंजाम दिया था.

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Tribal Youth killed murdered for hoisting flag on15th August

Tribal Youth Murder: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले दो दिन पहले नक्सलियों द्वारा एक आदिवासी युवक की निर्मम हत्या करने का मामला सामने आया था. युवक की हत्या मामले में आज बड़ा खुलासा हुआ है. खुलासे के मुताबिक नक्सलियों ने 15 अगस्त के दिन नक्सलियों के स्मारक पर ध्वाजरोहण की सजा के तौर पर युवक की निर्मम हत्या को अंजाम दिया था. नक्सलियों ने बाकायदा जन अदालत लगाकर आदिवासी युवक को मौत के घाट उतारा था.

नक्सलियों की निर्मम हत्या का शिकार हुए आदिवासी युवक ने आजादी दिवस के दिन नक्सलियों स्मारक वाली जगह पर तिरंगा फहराया था. नक्सली स्मारक पर ध्वजारोहण करने और भारत माता के जयकारे लगाने से बौखलाए नक्सलियों ने आदिवासी युवक की हत्या को अंजाम दिया था.

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बौखलाहट में नक्सलियों ने आदिवसाी युवक मनेश नरेटी को उतारा मौत के घाट

रिपोर्ट के मुताबिक नक्सलियों की बौखलाहट के शिकार हुए आदिवसाी युवक की पहचान मनेश नरेटी के रूप में हुई है. मृतक की हत्या को बिनागुंडा गांव में अंजाम दिया गया था, जहां का युवक निवासी था. नक्सलियों द्वारा अंजाम दिए गए इस घटना से पूरे इलाके में एक बार फिर नक्सलवादी दहशत गहरा गया.

जन अदालत लगाकर हथियारबंद नक्सलियों ने युवक को सुनाई थी मौत की सजा

घटना छोटेबेठिया थाना क्षेत्र के बिनागुंडा गांव में हुई थी. घटना वाली रात युवक के गांव पहुंचे हथियारबंद नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर आदिवासी युवक मनेश नुरुटी को मौत की सजा सुनाई और फिर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी. इस दौरान नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों को भी खुली धमकी दी थी.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे देश से नक्सलवाद को उखाड़ फेंकने के लिए मार्च, 2026 की तारीख मुकर्रर की है. आजादी के 79वीं वर्षगांठ पर नक्सल प्रभावित 14 गांवों में पहली बार तिरंगा लहराया गया था. संभवतः इसी से बौखलाए नक्सलियों ने युवक की निर्मम हत्या को अंजाम दिया.

नक्सलियों ने बौखलाहट छिपाने के लिए मृतक पर मुखबिरी का आरोप लगाया

गौरतलब है एंटी नक्सल ऑपरेशन से बौखलाए नक्सलियों ने अपनी बौखलाहट छिपाने के लिए मृतक पर मुखबिरी का आरोप लगाया. मृतक को नक्सली उसके घर से रात को उठाकर गांव के बीच ले गए, जहां पहले से जुटाए लोगों की बीच दो आदिवासी युवकों को मारा-पीटा. इसके बाद मनेश नुरुटी को मौत के घाट उतार दिया.

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