पत्रकारों की गिरफ्तारी पर डिप्टी CM का बयान आया सामने, बोले- होगी जांच, जानें पूरा मामला  

Chhattisgarh News: आंध्र प्रदेश में छत्तीसगढ़ के चार पत्रकारों की गिरफ्तारी के बाद डिप्टी सीएम और प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा का बयान सामने आया है. विजय शर्मा ने इस मामले की जांच करवाने की बात कही है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला? 

Advertisement
Read Time: 4 mins

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़- आंध्र प्रदेश की सीमा पर रेत  की अवैध तस्करी का पर्दाफाश करने गए बस्तर के चार पत्रकारों को गांजा तस्करी के आरोप में फंसा दिया गया है. इसके बाद पूरे प्रदेश भर के पत्रकारों में भारी आक्रोश है. सोमवार को प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा (Vijay Sharma) पेंड्रा-मरवाही जिले के दौरे पर थे. पत्रकारों से चर्चा करते हुए गृहमंत्री ने कहा है कि उनके संज्ञान में पूरा मामला आया है. मामले की जांच कराई जाएगी.  इस मामला में प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव का भी बयान सामने आया है. 

ये है मामला 

दरअसल पत्रकारों को जानकारी मिली थी कि छत्तीसगढ़ के कोंटा इलाके से आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर रेत की तस्करी होती है. इसका पर्दाफाश करने के लिए बस्तर के वरिष्ठ पत्रकार बप्पी राय अपने तीन अन्य साथियों के साथ कोंटा गए. यहां अवैध रेत परिवहन कर रही ट्रक को पकड़ा और फ़ौरन कोंटा के टीआई को सूचना दी.

Advertisement
आनन-फानन में पुलिस मौके पर पहुंची और टीआई अजय सोनकर उलटे पत्रकारों पर ही बरस पड़े. उन्हें खबर बनाने से रोकने लगे और धमकी भी दे दी. पुलिस और पत्रकारों के बीच तीखी बहस हुई.

रात में पत्रकार होटल में रुक गए. इस बीच साजिश के  तहत उनकी गाड़ी की डिक्की में किसी ने गांजा रखवा दिया. सुबह पत्रकार उठे और चाय पीने के लिए आंध्रप्रदेश के चट्टी गए तो यहां पुलिस उन्हें पकड़ लिया चिंतूर थाने ले गई. पूरी घटना 9 जुलाई रात की है. 

Advertisement
इस मामले में डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा कहा कि जांच का विषय है, अगर पत्रकारों के साथ ऐसा हुआ है तो गलत हुआ है. बस्तर आईजी से बातचीत की है. पूरे मामला की जांच करवाई जाएगी.

इधर उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने भी इस मामले पर अपना बयान  दिया है. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से पत्रकार हमारे संविधान में चौथे स्तंभ के रूप में है। उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार होना चाहिए और उन्होंने जो शिकायत की है, उनके साथ जो कृत्य हुआ है. उस पर निश्चित रूप से संज्ञान में लेकर कार्रवाई करेंगे.

Advertisement

टीआई लाइन अटैच 

इस मामले में मीडिया में जब आक्रोश देखा गया तो सुकमा के एसपी ने एक्शन लेते हुए टीआई को लाइन अटैच कर दिया. कलेक्टर ने रेत परिवहन पर रोक लगा दी. इधर आंध्र प्रदेश की पुलिस ने पत्रकारों पर एफआईआर दर्ज करते हुए सभी को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले के बाद प्रदेशभर में पत्रकारों में भारी आक्रोश है.   

बप्पी रॉय बस्तर के सीनियर जर्नलिस्ट हैं , जो पिछले दो दशकों से धुर नक्सल इलाके में बेख़ौफ़ होकर रिपोर्टिंग करते हैं. खुद की जान को जोखिम में डालकर नक्सलियों के चंगुल से चार जवानों को छुड़ाने, इंजीनियर को नक्सलियों के चंगुल से आजाद करवा जान बचाई है.

इसके अलावा भी हर मामलों में बेबाकी के साथ रिपोर्टिंग करते हैं. झूठे आरोप में फंसाने के बाद अब प्रदेश की मीडिया में आक्रोश है. वरिष्ठ पत्रकार सुरेश महापात्र, विनोद सिंह, धर्मेंद्र महापात्र, गणेश मिश्रा, रंजन दास, राजा राठौर, शेख मकबूल, विकास उर्फ रानू तिवारी, लोकेश शर्मा, सतीश चांडक, मुकेश चंद्राकर, दिनेश गुप्ता, शेख सलीम, हरीश शर्मा, रौनक शिवहरे  सहित अन्य पत्रकारों ने कहा कि साथियों को गांजा तस्करी केस में जानबूझकर फंसाया गया है. इन पत्रकारों को रिहा नहीं किया गया तो प्रदेश स्तर पर बड़े आंदोलन की तैयारी की गई है. 

ये भी पढ़ें भूपेश के बयान का पलटवार, मनी ट्रेल से लेकर कई मामलों पर डिप्टी CM का बड़ा बयान, जानें क्या कहा 

नक्सल मामले पर ये कहा 

छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जलेश्वर महादेव का दर्शन कर छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश सहित देश में खुशहाली की प्रार्थना की. उन्होंने जलेश्वर महादेव से दर्शन के के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश राष्ट्रवादी रहे सनातनी रहे मेरा सौभाग्य है कि एक कांवरिया के नाते मैं भगवान जलेश्वर महादेव, मां नर्मदा का दर्शन प्राप्त किया है. गृहमंत्री ने स्वीकार किया है कि नक्सली दो डीआरडीओ में बंट रहे हैं, जो सूचनाओं स्थान स्तर पर आ रही है स्थानीय लोग आईईडी ब्लास्ट से मारे जा रहे हैं. अब लोग नक्सलियों के बीच किसी तरह फंसे हुए हैं. लेकिन निकलना चाहते हैं. 

ये भी पढ़ें Chhattisgarh: गिरदावरी के काम को जांचने अचानक पहुंच गए कलेक्टर, जानें फिर क्या हुआ 


 

Topics mentioned in this article