छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कांसाबेल वन परिक्षेत्र के ग्राम केनाडांड में बुधवार को जंगली हाथी के हमले में एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उसकी 4 वर्षीय नातिन गंभीर रूप से घायल हो गई. घायल बच्ची का पैर टूट गया है और उसे इलाज के लिए पत्थलगांव अस्पताल रेफर किया गया है.
जानकारी के अनुसार मृतका देरोठिया बाई (57 वर्ष) बुधवार सुबह अपने घर के पीछे बाड़ी में खड़ी थी. इसी दौरान आसपास मौजूद एक अकेला जंगली हाथी (Wild Elephant) को देखने वह बाड़ी के पास पहुंची. तभी हाथी ने अचानक उस पर हमला कर दिया. हमले में देरोंठिया बाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मौजूद उसकी नातिन आरवी पन्ना गंभीर रूप से घायल हो गई.
बताया जा रहा है कि यह हाथी 27 हाथियों के दल से बिछड़कर (Separated Elephant) अकेला भटकते हुए रिहायशी इलाके में पहुंचा था. घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग (Forest Department) की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची.
वन अधिकारियों ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और हाथियों से दूरी बनाए रखने (Stay Away from Elephants) की अपील की है. वन विभाग ने मृतका के परिजनों को 25 हजार रुपये की तत्काल सहायता राशि (Immediate Relief Amount) प्रदान की है.
वहीं, घायल बच्ची का इलाज पत्थलगांव अस्पताल में जारी है. DFO शशि कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि विभाग हाथियों के मूवमेंट (Elephant Movement) पर लगातार नजर रखे हुए है और आसपास के गांवों में गश्त (Patrolling) बढ़ा दी गई है ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.
DFO शशि कुमार ने कहा कि अपने दल से बिछड़ जाने के बाद हाथी अक्सर हिंसक (Aggressive) हो जाते हैं. ग्रामीणों को ऐसे हाथियों से बचकर रहना चाहिए क्योंकि ये इंसानों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.