Jashapur Christians Protest: ईसाई समुदाय के लोगों ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में 130 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई और भाजपा विधायक रायमुनि भगत (BJP MLA Raymuni Bhagat) के खिलाफ ईसा मसीह और धर्मांतरण पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए एफआईआर दर्ज करने की मांग की. वहीं ईसाई संगठनों के विरोध प्रदर्शन को लेकर बीजेपी विधायक का फिर से बड़ा बयान सामने आया है.
ईसाई आदिवासी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार किस्पोट्टा ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने जशपुर विधायक भगत के खिलाफ कटनी-गुमला राजमार्ग पर पत्थलगांव से लोदुम तक शांतिपूर्ण तरीके से मानव श्रृंखला बनाई.
‘सड़क जाम करने से भी नहीं कतराएंगे'
1 सितंबर को आस्ता पुलिस थाने के अंतर्गत ढेकनी गांव में एक कार्यक्रम में स्थानीय बोली में बोलते हुए भगत ने ईसा मसीह और धर्मांतरण के बारे में कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की. एक वीडियो वायरल हुआ जिसके बाद कई लोगों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस से संपर्क किया.
किस्पोट्टा ने कहा, "भगत की टिप्पणी के कारण ईसाइयों में भारी आक्रोश है. हालांकि, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है. हमने आज मानव श्रृंखला बनाकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया. लेकिन अगर पुलिस विधायक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो हम सड़क जाम करने जैसे काम से भी नहीं कतराएंगे."
भगत ने मांगा प्रमाण पत्र
पीटीआई से बात करते हुए भगत ने जोर देकर कहा कि मानव श्रृंखला में भाग लेने वालों को यह साबित करने के लिए "वैध प्रमाण पत्र" दिखाना चाहिए कि वे ईसाई हैं. "1905 से पहले, जशपुर में एक भी ईसाई परिवार नहीं था. बाद में कई परिवारों को जालसाजी के माध्यम से ईसाई बना दिया गया. धर्म परिवर्तन के लिए एक कानूनी प्रक्रिया है जिसके लिए प्राधिकारी को आवेदन प्रस्तुत करना आवश्यक है. गुरुवार को विरोध प्रदर्शन करने वालों को पहले ईसाई धर्म अपनाने के बारे में अपना वैध प्रमाण पत्र दिखाना चाहिए." उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक ने दावा किया कि मानव श्रृंखला विरोध एक "फ्लॉप शो" था.
यह भी पढ़ें : Shardiya Navratri 2024: पहले दिन करें मां शैलपुत्री की पूजा, मंत्र से आरती तक सब कुछ है यहां
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)