Jal Jeevan Mission: पाइपलाइन, पानी की टंकी को लेकर PHE विभाग का एक्शन, ठेकेदारों का अनुबंध रद्द

Jal Jeevan Mission: राजनांदगांव जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत टंकियां का निर्माण किया जा रहा है, जिससे लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सकें. इसके लिए जिले में कार्य जारी हैं, लेकिन जल जीवन मिशन के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों में लेट लतीफ के कारण लोग इसकी सुविधा नहीं ले पा रही हैं.

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Jal Jeevan Mission: जल जीवन मिशन के ठेकेदारों पर एक्शन

Jal Jeevan Mission: जल जीवन मिशन का कार्य जिले में कछुआ गति से चल रहा है, पाइपलाइन बिछा दी गई है तो कहीं पर टंकी का निर्माण अधूरा है. लगातार इसकी शिकायत भी सामने आ रही हैं. कुछ ठेकेदार वर्क ऑर्डर लेकर काम नहीं कर रहे हैं. अब विभाग ने एक्शन लेते हुए 57 ग्रामों के ऐसे ठेकेदार जो कार्य नहीं कर रहे थे उनका अनुबंध निरस्त कर दिया गया है. अब नए ठेकेदार को कार्य आवंटित किया जाएगा, नए सिरे से टेंडर बुलाने के चलते कार्य में लेट लतिफी हो रही है. वहीं कार्य नहीं करने वाले कुछ ठेकेदारों पर पीएचई ने एक साल का प्रतिबंध लगा दिया है.

क्या है मामला?

राजनांदगांव जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत टंकियां का निर्माण किया जा रहा है, जिससे लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सकें. इसके लिए जिले में कार्य जारी हैं, लेकिन जल जीवन मिशन के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों में लेट लतीफ के कारण लोग इसकी सुविधा नहीं ले पा रही हैं.

कलेक्टर ने कहा है कि जिले में 610 ग्राम है, जिसमें केवल 170 हर घर जल प्रमाणित हुए हैं और बाकी ग्रामों में इसको लेकर कार्य जारी है. वहीं जिन टंकी निर्माण का कार्य अब तक प्रारंभ नहीं किया गया है, उनका टेंडर निरस्त कर रिटेंडर करने के निर्देश दिए गए हैं.

कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे ठेकेदार जो कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं, उसे निरस्त करते हुए ठेकेदार के निविदा में प्रस्तुत कर अमानत राशि को शासन के पक्ष में राजसात करने एक वर्ष के लिए खंड कार्यालय राजनांदगांव द्वारा किसी भी निविदा मे भाग नहीं लेने के लिए प्रतिबंधित किया गया है.

57 ठेकेदारों का अनुबंध रद्द

जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले में टंकियां का निर्माण कार्य जारी है. काम नहीं करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. 57 ऐसे ठेकेदार हैं जिनके द्वारा कार्य नहीं किया गया था, उनका अनुबंध भी निरस्त किया गया है. ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद सरपंच ग्राम पंचायत को इन टंकियां को हैंडओवर किया जाएगा, लेकिन कई ऐसे गांव हैं जहां टंकी बना दी गई है, लेकिन पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है तो कहीं पाइपलाइन बिछाई गई है लेकिन टंकी नहीं बनी है. ऐसे गांव में पंचायत हैंडोवर लेने से मना कर रहे हैं. जिले में 610 गांव है जहां सभी गांव में पेयजल की सुविधा के लिए जल जीवन मिशन के तहत टंकियां का निर्माण किया जा रहा है और लोगों के घरों तक पाइपलाइन के माध्यम से न लगाकर पानी पहुंच जाने की योजना है, लेकिन कार्य धीमा होने और ठेकेदारों की लापरवाही के कारण कार्य पिछड़ते जा रहा है और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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