Minor Student Murder Case : सूरजपुर के रामानुजनगर थाना क्षेत्र के घने जंगल में 8वीं कक्षा की छात्रा का नग्न अवस्था में शव मिला था. शव मिलने से पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है. दो दिन गुजर जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. उधर पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों में भी अब आरोपियों की शिनाख्त नहीं होने से आक्रोशित हैं. घटना की गंभीरता को समझते हुए, सरगुजा IG भी घटना वाले दिन अचानक पहुंच गए थे, जिसके बाद पुलिस लगातार आरोपी तक पहुंचने में लगी है. लेकिन कामयाबी अब तक नहीं मिली है.
दरअसल, शुक्रवार को सुबह पांच बजे जब छात्रा रोज़ाना की तरह महुआ के फूल चुनने घर से कुछ दूरी पर स्थित जंगल में गई थी, और समय पर घर नहीं पहुंची, जिसके बाद परिजनों ने उसे जंगल के नजदीक पूरे दिन काफी खोजबीन की.
लेकिन जब बच्ची नहीं मिली, ऐसे में अगले ही दिन जंगल में नग्न अवस्था में छात्रा का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया. बच्ची के शरीर में धारदार हथियार से वार के निशान सहित शरीर के कई हिस्सों में चोट के निशान भी मौजूद है, जिससे यह आशंका जताया जा रहा ही की बच्ची और आरोपी के बीच देर तक संघर्ष हुआ है.
पुलिस के उदासीनता के बाद जनप्रतिनिधियों ने संभाला मोर्चा
जहां एक ओर जिले में बच्ची का नग्न अवस्था में शव मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश है. वहीं, पुलिस के जांच में अब तक आरोपी की पातासजी नहीं हो पाने से पुलिस पर नाराज जनप्रतिनिधि अब खुल के सामने आ गए है. वहीं, घटना के बात आम लोगों से अपील करते नजर आए, जहां जिला पंचायत उपाध्यक्ष रेखा राजलाल राजवाड़े,और जनपद सदस्य कंवल सिंह दोनों जनप्रतिनिधियों ने ऐलान किया है, कि जो भी आरोपी या आरोपियों के बारे में पुख्ता जानकारी देगा, उसे 25,000, और 21,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा, जो कि अब क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.
पुलिस कर रही 'संदेहियों' से पूछताछ
रामानुजनगर पुलिस ने कुछ संदेही लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ जरूर शुरू कर दी है, लेकिन अब तक किसी भी ठोस सुराग का पता नहीं चल पाया है. अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्द ही मामले का खुलासा कर देंगे, मगर जमीनी हालात कुछ और ही कहानी कह रहे हैं. पीड़ित परिवार के आंसू अब सवाल बनकर पुलिसिया कार्यशैली पर बरस रहे हैं.
ये भी पढ़ें- MP Gov Jobs Rules Change: मध्य प्रदेश में बार-बार नहीं होगी परीक्षा ! सरकारी नौकरियों के लिए बदलेंगे नियम
पुलिस पर सवालों की बौछार
घटना को 48 घंटे से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद पुलिस न तो वारदात की कड़ी जोड़ पाई है, न ही मुख्य आरोपी तक पहुँच सकी है,,ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या सूरजपुर पुलिस अब भी पुराने ढर्रे पर काम कर रही है या आरोपी पुलिस से एक कदम आगे चल रहे हैं. जबकि आरोपी के पतासाजी में एडिशनल एसपी सहित जिले के अलग-अलग थानों से चुनिंदा लगभग 08 पुलिस कर्मियों को लगाया है, साथ ही साइबर समेत स्पेशल टीम को भी जिम्मा सौंपा है. इधर लगातार देरी से आहत गांव के लोगों का गुस्सा भी अब फूटने लगा है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द आरोपियों को पकड़ा नहीं गया तो बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी. परिजनों का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए, बयानबाजी नहीं.
ये भी पढ़ें- Indore News : मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के PA पर घातक हमला, कैब ड्राइवर ने चाकू से किया प्रहार