बीजापुर में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों को सुनाई फांसी की सजा, गले पर पर्चा लटकाकर फंदे से लटकाया

Two Villagers Killed In Bijapur: जन अदालत में जप्पेमरका के ग्रामीण माड़वी सूजा और पोडियम कोसा पर पुलिस मुखबिर होने का आरोप लगाकर उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई और उनकी हत्या कर दी गई. हालांकि, मिरतुर छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहे छात्र पोडियम हिड़मा को जन अदालत से रिहा कर दिया गया. दोनों ग्रामीणों की हत्या की जिम्मेदारी नक्सली भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने ली है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Two Villagers Killed By Naxalites: नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में गुरुवार को नक्सलियों ने जन अदालत लगाकर दो ग्रामीणों को फांसी की सजा सुनाते हुए मौत के घाट उतार दिया, जबकि तीसरे ग्रामीण को रिहा कर दिया. घटना भैरमगढ़ क्षेत्र के जप्पेमरका इलाके की है, जहां दो दिन पहले नक्सलियों ने एक छात्र समेत 3 ग्रामीणों के लिए जन अदालत लगाई थी.

जन अदालत में जप्पेमरका के ग्रामीण माड़वी सूजा और पोडियम कोसा पर मुखबिर होने का आरोप लगाकर उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई और उनकी हत्या कर दी गई. हालांकि, मिरतुर छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहे छात्र पोडियम हिड़मा को जन अदालत से रिहा कर दिया गया. दोनों ग्रामीणों की हत्या की जिम्मेदारी नक्सली भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने ली है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल बनाने का कर चुके हैं ऐलान

गौरतलब है छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार संयुक्त रुप से ऑपरेशन चला रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने का ऐलान किया हैं. सुरक्षाबल लगातार नक्सल गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं. अकेले बीजापुर में 30 से अधिक नक्सली सरेंडर कर चुके हैं. 

नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में प्रभावित जिलों में की जा रही सीआरपीएफ की बटालियन तैनाती

छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए भारत सरकार ने नक्सल प्रभावित जिलों में सीआरपीएफ के बटालियन भेजने का निर्णय लिया है. इसके तहत कई टुकड़ियो में सुरक्षाबल नक्सल प्रभावित इलाकों में भेजे जाने हैं. सुरक्षाबल नक्सलियों पर अंकुश लगाने और उन्हें पुनर्वास नीति का हवाला देकर आत्म सर्मपण कराने में भी सफल हो रहे हैं.

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