Bango Dam Overflow: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) कोरबा जिले में पिछले पांच दिनों से हो रही बारिश से हसदेव बांगो बांध (Hasdev Bango Dam) में पानी लबालब भर चुका है. बांध की कैपेसिटी और सुरक्षा को देखते हुए उसके 6 गेट खोले गए हैं. इसकी वजह से तेजी से 40 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा जा रहा हैं. इससे नदी किनारे बनी अवैध अतिक्रमित बस्तियों और निचले इलाके में बने हुए मकानों में पानी भर गया. ग्रामीणों (Villagers) को इसकी वजह से बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल, प्रशासन ने बाढ़ के पानी से प्रभावित 40 परिवारों की रहने और खाने की व्यवस्था की हैं. इन्हें जलस्तर कम होने के बाद ही वापस भेजा जाएगा.
एक साथ खोले गए बांध के 6 गेट
लगातार बारिश होने के कारण बांगो बांध का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ चुका है. इसको देखते हुए बांध के कुल 6 गेट खोल कर पानी छोड़ा जा रहा है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल के हाईडल प्लांट से भी पानी नदी में आ रहा हैं, जिसके दबाव के चलते हसदेव दर्री बराज के तीन गेट खोले गए हैं और पानी छोड़ा जा रहा हैं.
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
नदी किनारे बने अवैध अतिक्रमण और निचली बस्तियों वाले क्षेत्रों में बाढ़ का अलर्ट प्रशासन ने जारी किया हैं. कोरबा शहर में नदी किनारे बसी बस्तियों सीतामढ़ी और मोतीसागर पारा में बारिश के पानी का कहर देखने को मिला. नदी का जलस्तर बढ़ने से आधी रात में पानी लोगों के घरों में घुस गया और घर के सामान को भारी नुकसान हुआ. लोग रात में ही घर से बाहर निकल आए और परिवार के साथ रतजगा करने को मजबूर हो गए. इसके बाद प्रशासन ने एक्शन लेते हुए लोगों के लिए राहत शिविर तैयार किया है.
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वार्ड पार्षद ने दी जानकारी
इस इलाके के वार्ड पार्षद संतोष लांझेकर ने बताया कि रात में अचानक जलस्तर बढ़ने से वार्ड के 20 से अधिक मकान पानी के डुब गए. इन मकानों में रहने वाले लोगों को रात में ही राहत शिविर में लाया गया. प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित हुए परिवारों के लिए बनाये गए अस्थायी राहत शिविर में रहने और खाने पीने की व्यवस्था की है.
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