शराब और कोयला घोटाले को लेकर ईडी (ED) ने छत्तीसगढ़ एसीबी (ACB) में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें 2 पूर्व मंत्री और विधायकों के नाम शामिल हैं. अब इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने सवाल उठाया है. साथ ही बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. भूपेश बघेल ने कहा कि 3 साल से ईडी और आईटी जांच कर रही है. जांच में पूर्व मंत्रियों का नाम नहीं था, लेकिन आज षडयंत्र के तहत कार्रवाई हो रही है. ये पूरी कार्रवाई लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है.
प्रदेश के नेताओं को बदनाम करने की षड्यंत्र कर रही है सरकार
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि 3 साल से ईडी और आईटी जांच कर रही है, अब एसीबी को कहा कि एफआईआर करें. जब ईडी और आईटी जांच कर रही थी तब ना यूडी मिंज (UD Minj) का नाम था, ना अमरजीत भगत (Amarjeet Bhagat) का नाम था. आज अचानक एसीबी ने केस रजिस्टर करते हुए सभी नेताओं का नाम लिख दिया. सरकार प्रदेश के नेताओं को बदनाम करने का षड्यंत्र कर रही है.
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा बदनाम
उन्होंने बीजेपी (BJP) पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूडी मिंज का दोष इतना था कि वो विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) के खिलाफ चुनाव लड़े. एसीबी जांच का आदेश मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर से होता है. मुख्यमंत्री काफी छोटी सोच के हैं. जब एसीबी जांच कर रही है, तब किसी नेता का नाम नहीं आया था. लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इन्हें बदनाम किया जा सके.
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महादेव एप में 90 से अधिक एफआईआर दर्ज
बघेल ने कहा कि शराब में घोटाला हुआ था तब राज्य सरकार के कोष में हानि हुई थी. 2 साल से जांच हो रही है, लेकिन संपत्ति का प्रमाणीकरण नहीं कर पा रहे हैं. इस छोटी सोच के लिए मुख्यमंत्री की निंदा करता हूं. उन्होंने आगे कहा कि हम इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे. महादेव एप में हमने 90 से अधिक एफआईआर दर्ज कराए हैं.
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा कि अमित शाह मंदिर उद्घाटन में नहीं गए, जो महादेव एप खेलते हैं वो मंदिर पहुंच गए. महादेव एप के मालिक सौरभ चंद्राकर की शादी में जो नाचने गए थे वो उद्घाटन में अतिथि बनकर मौजूद थे, जबकि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री वहां मौजूद नहीं थे.
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