Flood in Chhattisgarh: नाव पलटने से नदी में बहे दो लोग, एक लापता; बाढ़ में फंसे कुत्ते को तीन दिनों से नहीं मिला एक भी दाना

Boat in Flood: बाढ़ का कहर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई जिलों में देखने को मिल रहा है. इस बीच, छत्तीसगढ़ की इन्द्रावती नदी का भी जलस्तर बढ़ा हुआ है. इस नदी को पार करते हुए एक नांव पलट गई, जिसके कारण दो ग्रामीण बह गए. एक का SDRF की टीम ने सफल रेस्क्यू कर लिया गया.

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छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ ने मचाई तबाही

Chhattisgarh Flood Pics: भारत के कई राज्यों में मॉनसून का कहर देखने को मिल रहा है. लोगों के घर बह रहे हैं और जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के भी कई जिलों में बाढ़ के हालत हैं. लोगों के घरों से लेकर खेत तक पानी से लबालब है. ऐसे में अपनी जान बचाने के लिए लोग ऊंचे इलाकों की तरफ जा रहे हैं. इस बीच, दंतेवाड़ा में एक बड़ा हादसा हो गया. इन्द्रावती नदी में नांव पलटने के कारण दो ग्रामीण बह गए. इसमें से एक की जान SDRF की टीम ने बचा ली, जबकि दूसरा ग्रामीण अभी भी लापता बताया जा रहा है. दूसरी तरफ, दुर्ग जिले में बाढ़ के बीच एक कुत्ते का बच्चा तीन दिन से फंसा हुआ है, जहां उसके पास खाने के लिए भी कुछ नहीं है.

दंतेवाड़ा में नदी पार करने के दौरान हादसा

दंतेवाड़ा जिले के भैरमगढ़ बाजार से इन्द्रावती नदी को पार कर मंगनार गांव जाते वक्त एक नाव पलट गई. नाव में सवार दो ग्रामीण पानी के तेज बहाव में बह गए. पानी में बहे ग्रामीणों में से एक ग्रामीण का SDRF टीम ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया. वहीं, दूसरा ग्रामीण अभी भी लापता है, जिसकी तलाश टीम लगातार इन्द्रावती नदी में कर रही है.

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ईंट भट्टे पर फंसा कुत्ते का बच्चा

दुर्ग में बाढ़ में फंसा कुत्ता

दुर्ग में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण कई बस्तियों में पानी भर गया है. नदी के पास खेत-खलिहान भी पूरी तरह जलमग्न हो चुके हैं. मंगलवार की सुबह बाढ़ प्रभावित इलाकों से 32 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. इस बीच, ग्राम थनौद में बाढ़ के पानी में फंसा एक कुत्ते का बच्चा ग्रामीणों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. लोगों ने बताया कि यह मासूम कुत्ता पिछले दो दिनों से भूखा-प्यासा, बाढ़ के पानी से घिरे भट्टे में फंसा हुआ है. जैसे ही दूर कोई इंसान की आहट होती है, वह जोर-जोर से भौंकने लगता है. मानो अपनी आखिरी उम्मीद के साथ मदद की गुहार लगा रहा हो. लेकिन, नदी की तेज धार ने हर राह को मुश्किल बना दिया है. बिना नाव के वहां तक पहुंचना असंभव है.

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