हाथ में धान की बालियां और हताश चेहरे, कलेक्ट्रेट में क्यों किसानों का छलका दर्द ?

Chhattisgarh Samachar : नागलदाह गांव के सभी किसान कलेक्ट्रेट में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे हैं. खरीफ सीजन की धान की फसल में अनेक बीमारियों और कीटों के कारण फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
हाथ में धान की बालियां और हताश चेहरे, कलेक्ट्रेट में क्यों किसानों का छलका दर्द ?

Chhattisgarh News in Hindi : राजनांदगांव जिले के नागलदाह गांव के किसानों ने कीट प्रकोप से हुए भारी नुकसान के कारण कलेक्ट्रेट कार्यालय में मुआवजे की मांग की है. किसानों ने धान की बालियां हाथ में लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों को पत्र सौंपा और फसल की क्षति का मुआवजा देने की मांग की. किसानों का कहना है कि उनके खेतों में धान की फसल कीट माहू और चूषक कीट के प्रकोप से बुरी तरह प्रभावित हुई है. इस कीट संक्रमण के कारण क्षेत्र के लगभग 600 से ज़्यादा एकड़ खेतों में धान की फसल बर्बाद हो चुकी है. धान की बालियां पूरी तरह सूख गई हैं जिससे बीज उत्पादन में भारी कमी आई है और किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है.

किसान आत्माराम साहू ने बताई समस्याएं

किसान आत्माराम साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम नागलदाह के सभी किसान कलेक्ट्रेट में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे हैं. खरीफ सीजन की धान की फसल में अनेक बीमारियों और कीटों के कारण फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है. किसानों ने कीटों से फसल बचाने के लिए कई बार दवाइयों का छिड़काव भी किया लेकिन कोई लाभ नहीं मिला.

Advertisement

पढ़ने के लिए क्लिक करें : 

उचित दाम न मिलने पर किसानों ने अपनी फसल को लगाई आग ! झकझोर देगा ये वीडियो

क्षतिपूर्ति और मुआवजे को लेकर उठाई मांग

क्षेत्र के किसान इस संकट से उबरने के लिए सरकार से आर्थिक सहायता और मुआवजे की मांग कर रहे हैं. किसान आत्माराम साहू का कहना है कि इस गंभीर स्थिति में सरकारी मदद से ही उनकी आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है.

Advertisement

पढ़ने के लिए क्लिक करें : 

डैम का गेट खुलते ही फसल बर्बाद ! रोते हुए किसानों ने कहा- "हमें मुआवजा दो सरकार"

Topics mentioned in this article