Balrampur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलरामपुर जिले से फर्जीवाड़ा का अनोखा मामला सामने आया है. जिले की महिला स्वयं सहायता समूह (Women Self Help Group Balrampur) के एक सदस्य ने पूर्व समूह के अध्यक्ष सचिव को बिना सूचना दिए ही फर्जी तरह से अलग अध्यक्ष सचिव बनाकर सरकारी उचित मूल्य दुकान एवं स्कूल मध्यान्ह भोजन संचालित किया जा रहा था. मामले पर समूह के पुराने सदस्यों ने बलरामपुर कलेक्टर से लिखित आवेदन देकर शिकायत कर फर्जी अध्यक्ष सचिव के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
आठ साल पहले बनाया गया था समूह
पूरा मामला जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड के पीपर पान ग्राम पंचायत का है. यहां आठ साल पहले बिहान योजना के तहत एक फुलवा महिला स्वयं सहायता समूह बनाया गया था. इसमें कुल 12 महिलाएं, जिसमें अध्यक्ष, सचिव एवं सदस्य बनकर सरकार से मिलने वाली योजना एवं बैंक से लोन लेकर खुद को सशक्त बनाने की ओर अग्रसर थे. जिससे उनकी पारिवारिक स्थिति सुधर रही थी. इसी बीच समूह की ही एक सदस्य, देवंती यादव, जो पुस्तक संचालक का काम कर रही थी, जिस पर समूह के पूर्व सचिव सरिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुस्तक संचालन का काम कर रही थी लेकिन समूह के सारे कागजात रजिस्टर उसी के पास थे और पुस्तक संचालक फर्जी तरह से दोनों सास बहू अध्यक्ष और सचिव बंद कर शासकीय उचित मूल्य दुकान और मध्यम भजन संचालित कर रहे हैं.
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नहीं मिल रहा था लाभ
समूह की पूर्व सचिव ने आरोप लगाया कि पुस्तक संचालक देवंती के कारण उन्हें लाभ मिलना बंद हो गया है. जिससे परेशान होकर आज समूह के बाकी सदस्यों के साथ मिलकर वह कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को आवेदन देकर अपनी परेशानी सुनाया है और मांग किया कि पूर्व में जो समूह के अध्यक्ष और सचिव थे वही यथावत रहे. फर्जी तरह से अध्यक्ष सचिव बने हैं. उन पर उचित कार्रवाई हो. वहीं पूरे मामले पर संबंधित अधिकारी अब जांच कर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं.
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