कचरा जलाने वाली 15 लाख की मशीन बनी कबाड़, प्रशासन को नहीं कोई सरोकार

Municipal Corporation in Chhattisgarh : मशीन को लगवाने में करीब 15 लाख रुपए का खर्चा आया था. अब लाखों की लागत से कचरा गलाने वाली ये मशीन बदहाल स्थिति में पड़ी हुई है. यही नहीं, कमीशन खोरी और अनदेखी का शिकार होने की वजह से ये मशीन अब कबाड़ हो गई है.

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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के एमसीबी (MCB) ज़िले में कुछ समय पहले नगर पालिका ने कचड़े को नष्ट करने की मशीन लगाई थी. इस मशीन को लगवाने में करीब 15 लाख रुपए का खर्चा आया था. अब लाखों की लागत से कचरा गलाने वाली ये मशीन बदहाल स्थिति में पड़ी हुई है. यही नहीं, कमीशन खोरी और अनदेखी का शिकार होने की वजह से ये मशीन अब कबाड़ हो गई है जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

खस्ताहाल हुई कचरा जलाने की मशीन

दरअसल, शहर की गंदगी को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका ने कचरा जलाने व नष्ट करने की एक मशीन लगाई थी. इसी कड़ी में स्थानीय मुक्तिधाम में 15 लाख रुपए की लागत से मशीन और कक्ष की स्थापना की गई थी. ये मशीन लगाने के बाद कुछ समय तक ही चालू रही. इसके बाद ये मशीन भ्रष्टाचार और कमीशन की भेंट चढ़ गई. अब कबाड़ पड़ी मशीन शुरू कराने के लिए नगर पालिका के अधिकारी भी दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं.

15 लाख रुपए का क्या हुआ ?

हैरानी की बात यह है कि जिस कचरे को नष्ट व जलाने के लिए 15 लाख रुपए की लागत से मशीन लगवाई गई. वहीं, 15 लाख रुपए की राशि का बिल वाउचर लगाकर पैसो को निकाल भी लिया गया. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि शासन के आबंटित राशि का नगर पालिका परिषद मनेंद्रगढ़ ने किस प्रकार से दुरुपयोग किया है जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. जबकि इसमें थोड़ी बहुत मरम्मत कर मशीन को शुरू किया जा सकता है.

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नगर पालिका ने कही ये बात

नगर पालिका को इसकी भी परवाह नहीं है. जिम्मेदार अफसरों ने कहा है कि जल्द ही इसे ठीक कराएंगे. लेकिन इसे कब तक सही किया जाएगा इस बारे में कोई जवाब सामने नहीं आया है. मामले में नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष प्रभा पटेल से पूछा गया तो उनका कहना था की इंसुलेटर मशीन तो लगा है लेकिन चल रहा है या नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है. यह मेरे कार्यकाल के समय का नहीं है इस लिए उसके बारे में ज्यादा नहीं जानती हूं.

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