बीजापुर अटैक के कुछ घंटे बाद नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, बहुत ही खतरनाक था माओवादियों का प्लान!

Chhattisgarh Naxal Attack: सीआरपीएफ ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में करीब 20-22 किलो वजन का आईईडी बरामद किया और उसे निष्क्रिय कर दिया. नक्सलियों ने 50 किलोमीटर दूर जिले में सुरक्षा वाहन को विस्फोट कर दिया था. इस विस्फोट में आठ पुलिसकर्मी और एक नागरिक चालक की मौत हो गई थी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Chhattisgarh Naxal Attack: सीआरपीएफ ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में करीब 20-22 किलो वजन का आईईडी बरामद किया और उसे निष्क्रिय कर दिया. नक्सलियों ने 50 किलोमीटर दूर जिले में सुरक्षा वाहन को विस्फोट कर दिया था. इस विस्फोट में आठ पुलिसकर्मी और एक नागरिक चालक की मौत हो गई थी. अधिकारियों ने बताया कि इस विस्फोट में आठ पुलिसकर्मी और एक नागरिक चालक की मौत हो गई थी.

सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "एक बड़ी त्रासदी टल गई, क्योंकि आईईडी का पता लगा लिया गया और उसे बेकार कर दिया गया. इस तरह के छिपे हुए विस्फोटकों के खतरे का अंदाजा नक्सलियों द्वारा किए गए विस्फोट से लगाया जा सकता है, जिसमें आज उसी जिले में नौ लोग मारे गए."
जिले के उसूर थाना क्षेत्र में माओवाद विरोधी अभियान के लिए निकले केंद्रीय बल की 196वीं बटालियन के गश्ती दल ने सुबह करीब साढ़े सात बजे नीले रंग के प्लास्टिक के ड्रम में रखे गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का पता लगाया.

Advertisement

जेसीबी का करना पड़ा इस्तेमाल

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने कच्ची सड़क के नीचे से आईईडी बरामद करने के लिए भारी अर्थ मूवर मशीन (जेसीबी) का इस्तेमाल किया. आईईडी का वजन करीब 20-22 किलोग्राम था. अधिकारियों ने बताया कि बल के बम निरोधक दस्ते ने कुछ ही घंटों में इसे निष्क्रिय कर दिया और इलाके में यातायात बहाल कर दिया. 

Advertisement

बीजापुर में बड़ा हमला 

छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों पर दो साल में अपने सबसे घातक हमले में नक्सलियों ने सोमवार को दोपहर करीब 2.15 बजे कुटरू थाना क्षेत्र के अंबेली गांव के पास 60-70 किलोग्राम के मजबूत आईईडी का इस्तेमाल कर एक वाहन को उड़ा दिया. पुलिस को संदेह है कि शक्तिशाली आईईडी को सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग पर काफी समय पहले लगाया गया था. पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने बताया कि विस्फोटक उपकरण उस समय फटा जब दंतेवाड़ा जिले के डीआरजी जवान नक्सल विरोधी अभियान चलाने के बाद अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी से लौट रहे थे. अधिकारी ने बताया कि एसयूवी में सवार आठ सुरक्षाकर्मी और चालक की मौके पर ही मौत हो गई. यह दुर्घटना बीजापुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर हुई. इसमें जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स के चार-चार जवान शामिल थे. दोनों ही राज्य पुलिस की इकाइयां हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें- अबूझमाड़ के जंगल में भीषण मुठभेड़, 4 नक्सली ढेर, DRG का एक जवान भी हुआ शहीद

Topics mentioned in this article