Bank Fraud Case: बिलासपुर में जिला सहकारी बैंक (Cooperative Bank) ने अपने 7 कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए अनुशासनात्मक कदम उठाए हैं. यह कार्रवाई किसानों के बैंक खातों (Bank Account) में लाखों रुपये की हेराफेरी (Bank Fraud) के आरोपों के बाद की गई है. बैंक की स्टाफ उप समिति ने मामले की जांच के बाद कड़ा निर्णय लिया, जिसमें दो कर्मचारियों को बर्खास्त, दो का डिमोशन और तीन की वेतन वृद्धि पर रोक लगाई गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बैंक ने जूनियर क्लर्क हर्षिता पटेल और धर्मेंद्र साहू को सेवाओं से बर्खास्त कर दिया है. जांच में दोनों पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के प्रमाण मिले. किसानों के खातों से पैसों की हेराफेरी और रिकॉर्ड में हेराफेरी के आरोप सिद्ध होने पर यह सख्त कार्रवाई की गई है.
इन हुआ ये एक्शन
लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत रुचि पांडेय को डिमोट कर जूनियर स्तर पर डिमोशन कर दिया गया है. उनके खिलाफ भी अनियमितता के आरोप पाए गए, हालांकि आरोप की गंभीरता बर्खास्तगी के लिए पर्याप्त नहीं थी. अनामिका साव, अनुपमा तिवारी और अशोक पटेल, जो लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं, उनकी दो वेतन वृद्धियों पर रोक लगा दी गई है. यह कार्रवाई उनके लापरवाह रवैये और कार्य के प्रति गैर-जिम्मेदाराना दृष्टिकोण के कारण की गई.
बैंक ने क्या कहा?
बैंक की स्टाफ उप समिति ने स्पष्ट किया है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना है. किसानों के साथ धोखाधड़ी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए बैंक ने अपनी साख और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है. समिति ने आगे भी निगरानी और सुधारात्मक उपायों की बात कही है. बैंक प्रशासन ने चेतावनी दी है कि भविष्य में किसी भी कर्मचारी द्वारा वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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