पर्यटकों की जान बचाने वाले कश्मीरी गाइड नजाकत के फैन हुए सीएम साय, इन शब्दों में की प्रशंसा

Kashmiri guide children support, नजाकत कश्मीर में एक पर्यटक गाइड के रूप में काम करते हैं, लेकिन वह छत्तीसगढ़ के चिरमिरी शहर में सर्दियों के मौसम में तीन महीने शॉल बेचने आते हैं और इसलिए, पिछले कई सालों से वह वहां रहने वाले इन पर्यटकों को जानते थे. सीएम साय ने कहा कि मैं छत्तीसगढ़ के पर्यटकों को बचाने के लिए नजाकत को धन्यवाद देना चाहूंगा.

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Pahalgam Terrorist Attack: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय (Vishnudev Sai) ने पहलगाम आतंकवादी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के दौरान छत्तीसगढ़ के पर्यटकों के एक समूह को बचाने वाले कश्मीरी पर्यटक गाइड नजाकत अहमद शाह (Najakat Ahmad Shah) के प्रति रविवार को आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के कारण मुस्लिम समुदाय की बदनामी हो रही है.

साय ने ‘पीटीआई' के साथ साक्षात्कार में कहा कि सभी मुसलमान बुरे नहीं होते, लेकिन कुछ लोगों की वजह से समुदाय बदनाम हो रहा है. आतंकी हमले के दौरान छत्तीसगढ़ के पर्यटकों को बचाने वाले एक कश्मीरी युवक के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देखिए, यह नहीं कहा जा सकता कि सभी मुसलमान बुरे हैं, क्योंकि बहुत से अच्छे लोग भी हैं. लेकिन कुछ लोगों की वजह से समुदाय बदनाम है. मैं छत्तीसगढ़ के पर्यटकों को बचाने के लिए नजाकत को धन्यवाद देना चाहूंगा.

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नजाकत के काम को सराहा

नजाकत (30) छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के रहने वाले 11 लोगों के समूह की मेजबानी कर रहे थे, जिनमें चार दंपति और तीन बच्चे शामिल थे. ये लोग कश्मीर यात्रा के दौरान पहलगाम आए थे. 22 अप्रैल को जब आतंकी हमला हुआ, तब वे अपनी यात्रा के अंतिम चरण में बैसरन घाटी में थे. हमले के समय शाह ने दो बच्चों को गोद में उठाया और घटनास्थल से भाग निकले और बाकी लोगों को भी सुरक्षित निकालने में मदद की. पर्यटकों में भाजपा की युवा शाखा के स्थानीय नेता अरविंद एस. अग्रवाल, कुलदीप स्थापक, शिवांश जैन और हैप्पी वधावन के परिवार शामिल थे.

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पर्यटकों को पहले से जानते थे नजाकत

नजाकत कश्मीर में एक पर्यटक गाइड के रूप में काम करते हैं, लेकिन वह छत्तीसगढ़ के चिरमिरी शहर में सर्दियों के मौसम में तीन महीने शॉल बेचने आते हैं और इसलिए, पिछले कई सालों से वह वहां रहने वाले इन पर्यटकों को जानते थे. रायपुर के निवासी दिनेश मिरानिया उन 26 लोगों में शामिल थे, जिन्हें 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने गोली मार दी थी.

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पाकिस्तान को जवाब देने में भारत सक्षम

यह पूछे जाने पर कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले को शह देने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए भारत को क्या करना चाहिए. इसके जवाब में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय ने कहा कि उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी. साय ने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया, लेकिन कहा कि स्थिति पर केंद्र सरकार का नियंत्रण है.

आतंकी वारदात पर जताया दुख

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं पहलगाम में आतंकवादियों की ओर से किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं. उन्होंने अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने गए निर्दोष और निहत्थे लोगों की उनका धर्म पूछकर हत्या की, जो एक कायरतापूर्ण कृत्य है. देश ने 28 लोगों को खो दिया है. छत्तीसगढ़ ने भी अपना एक बेटा खोया है.

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केंद्र सरकार ने की कार्रवाई को सराहा

उन्होंने कहा कि पूर्व में भी सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए मुंहतोड़ जवाब दिए जाने के बावजूद पाकिस्तान ने यह दुस्साहस किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं. मेरा मानना है कि आतंकी हमले के जवाब में एक और कड़ी कार्रवाई होने जा रही है. संभावित कड़ी कार्रवाई के बारे में विस्तार से पूछे जाने पर साय ने कहा कि कार्रवाई की प्रकृति केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा. सिंधु जल संधि को स्थगित करना और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना, ये सभी कड़ी कार्रवाई हैं.

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