CG Police News: करोड़ों की अवैध वसूली का आरोपी आरक्षक हेमंत नायक बर्खास्त, पद का दुरुपयोग कर ऐसे करता था धोखाधड़ी

Chhattisgarh Police latest News: आरोपी हेमंत नायक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसकी संपत्ति, बैंक अकाउंट और लेनदेन की जांच में जुटी है. इसके अलावा जिन लोगों से आरोपी ने वसूली की है, उनसे भी जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी ने आरोपी को खाते फ्रीज और डी-फ्रीज कराने के नाम पर पैसे दिए हैं, तो वे सिटी कोतवाली या साइबर सेल में संपर्क कर शिकायत दर्ज कराएं ताकि ठगे गए पैसे की वसूली कर उन्हें लौटाया जा सके.

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Police wala Criminal: कभी दूसरों को गिरफ्तार करने वाला छत्तीसगढ़ पुलिस का जवान अब खुद गिरफ्तार हो गया है. यह कहानी है सारंगढ़-बिलाईगढ़ में पदस्थ आरक्षक हेमंत नायक की. आरोप है कि नायक ने फर्जी ईमेल आईडी और दस्तावेज तैयार कर अकाउंट फ्रीज व डी-फ्रीज कराने का झांसा देकर करोड़ों की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था.  

इस मामले का खुलासा होने के बाद आरक्षक हेमंत नायक को बलौदा बाजार सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, शिकायतों की जांच में गंभीर आरोप साबित होने पर आरोपी आरक्षक को सेवा से भी बर्खास्त कर दिया गया है.

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फर्जीवाड़े की ऐसे खुली पोल

दरअसल, बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता को 3 जुलाई 2024 को शिकायत प्राप्त हुई थी कि जब हेमंत नायक बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में पदस्थ था, तब उसने अकाउंट फ्रीज-डी-फ्रीज कराने के नाम पर कई आवेदकों से रकम वसूलने का काम किया था. इसी प्रकार, उसके खिलाफ अवैध वसूली की कई शिकायतें भी पहले से लंबित थीं. लिहाजा,  पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित जांच के निर्देश दिए. जांच में यह भी सामने आया कि आरक्षक हेमंत नायक ने फर्जी ईमेल आईडी और दस्तावेज तैयार कर अकाउंट फ्रीज और डी-फ्रीज कराने का झांसा देकर करोड़ों की धोखाधड़ी की. जांच में आरोप सिद्ध होने पर सिटी कोतवाली पुलिस ने धारा 166, 419, 409, 384 भादवि एवं 66C, 66D आईटी एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 670/2025 दर्ज कर लिया.

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आरोपी कबूला गुनाह

इसके बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी आरक्षक को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में हेमंत नायक ने अपने पद पर रहते हुए अकाउंट फ्रीज और डी-फ्रीज कराने और रकम वसूलने की बात स्वीकार कर ली. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जा रही है.

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लगभग 2.5 करोड़ की अवैध वसूली का है आरोप

बताया जा रहा है कि हेमंत नायक ने पुलिस अधीक्षक बलौदाबाजार के नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाकर भी खातों को फ्रीज कराने के नाम पर अवैध वसूली की थी. प्रारंभिक जांच में यह राशि करीब 2 से 2.50 करोड़ रुपये तक होने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि, विस्तृत ऑडिट और खातों की जांच के बाद वास्तविक राशि का पता चलेगा. इस मामले में पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने स्पष्ट संदेश दिया है कि पुलिस विभाग में कार्यरत कोई भी व्यक्ति यदि अपने पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार व धोखाधड़ी करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

जांच में जुटी पुलिस

फिलहाल, आरोपी हेमंत नायक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसकी संपत्ति, बैंक अकाउंट और लेनदेन की जांच में जुटी है. इसके अलावा जिन लोगों से आरोपी ने वसूली की है, उनसे भी जानकारी जुटाई जा रही है. पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी ने आरोपी को खाते फ्रीज और डी-फ्रीज कराने के नाम पर पैसे दिए हैं, तो वे सिटी कोतवाली या साइबर सेल में संपर्क कर शिकायत दर्ज कराएं ताकि ठगे गए पैसे की वसूली कर उन्हें लौटाया जा सके.

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आरक्षक हेमंत नायक का इस अपराध में संलिप्त पाया जाना विभाग के लिए शर्मनाक माना जा रहा है. विभागीय जांच और प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपी को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया, ताकि विभाग की छवि और आम जनता के विश्वास को कायम रखा जा सके.

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