कोरिया में होली मनाने की अनोखी मान्यता, पांच दिन पहले मनाते हैं रंगों का त्योहार; आप भी जान लें वजह

Holi Celebration in Koriya: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में पांच दिन पहले होली मनाई जाती है. त्योहार के दिन से पहले होली मनाने की परंपरा यहां अनोखी है. खबर में जाने इसकी वजह...

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Chhattisgarh Hindi News: कोरिया जिले के ग्राम पंचायत अमरपुर में होली मनाने की अनोखी परंपरा वर्षों से चली आ रही है. यहां त्योहार की शुरुआत होली से पांच दिन पहले ही हो जाती है. मान्यता के अनुसार, अगर गांव में एक सप्ताह पहले होली नहीं मनाई जाती तो किसी न किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है. इस परंपरा को निभाते हुए ग्रामीण हर साल समय से पहले ही होली का पर्व धूमधाम से मनाते हैं.

गांव में शनिवार को विधि-विधान से होलिका दहन किया गया, जिसके बाद रविवार को ग्रामीणों ने गुलाल और अबीर उड़ाकर रंगों के इस महापर्व का आनंद लिया. ग्रामीणों के अनुसार, पूर्वजों की इस परंपरा का पालन करने से गांव में किसी भी अप्रिय घटना की संभावना टल जाती है.

बैठक के बाद होता है होली का आयोजन

होली पर्व से पहले गांव में बैठक आयोजित की जाती है, जिसमें त्योहार मनाने की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाता है. होलिका दहन के अगले दिन ग्रामीण देवल्ला में पूजा-अर्चना कर होली खेलते हैं. इस दौरान बुजुर्ग, युवा और बच्चे मिलकर पारंपरिक फाग गीतों पर झूमते हैं. ढोलक-मंजीरों की थाप के साथ लोकगीतों की गूंज पूरे गांव में सुनाई देती है. वहीं, युवा डीजे और बाजे-गाजे के साथ आधुनिक अंदाज में होली का जश्न मनाते हैं.

दूर-दूर से आते हैं लोग

अमरपुर में एक सप्ताह पहले होली मनाने की परंपरा कोरिया जिले और आसपास के इलाकों में काफी प्रसिद्ध है. इस अनोखी परंपरा को देखने और इसमें शामिल होने के लिए आसपास के गांवों से भी लोग बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं.

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पूर्वजों की परंपरा को निभा रहे ग्रामीण

गांव के बुजुर्गों का कहना है कि वर्षों पहले उनके पूर्वजों ने यह परंपरा शुरू की थी, जिसे आज भी निभाया जा रहा है. ग्रामीणों का विश्वास है कि इससे गांव के लोगों पर किसी भी तरह की अनहोनी का साया नहीं मंडराता. इसलिए हर साल ग्रामीण पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार, होली को पहले मनाने की इस अनोखी परंपरा का निर्वहन करते आ रहे हैं.

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