छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से नक्सलियों का सरेंडर जारी है, लेकिन गुरुवार को नक्सलियों के हथियार डालने का एक अलग ही रिकॉर्ड बना है. एक ओर बीजापुर जिले में 158 तो वहीं, दंतेवाड़ा जिले में 140 नक्सलियों ने जंगल का रास्ता छोड़ दिया है. इनके अलावा एक दिन पहले ही कांकेर और सुकमा जिले में 77 नक्सलियों ने हथियार डाले थे. उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी स्पष्ट किया है कि जो आत्मसर्मपण करने वालों का स्वागत है, लेकिन हथियार थामे रहने वालों को सुरक्षाबलों का सामना करना पड़ेगा.
कई बसों से पहुंचे नक्सली, सीएम साय के सामने करेंगे सरेंडर
बीजापुर जिले के भैरमगढ़ में सरेंडर करने वाले नक्सली कई बसों से पहुंचे. उन्होंने पुलिस अधिकारियों के सामने अपने हथियार छोड़ दिए. नक्सलियों की तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें महिला और पुरुष नक्सली एक साथ नजर आ रहे हैं. नक्सली शुक्रवार को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सामने औपचारिक सरेंडर करेंगे.
सरेंडर नहीं किया, सिर्फ हथियार डाले, संघर्ष रहेगा जारी
भैरमगढ़ में हथियार डालने वाले नक्सलियों ने कहा है कि वह सरेंडर नहीं कर रहे हैं, बल्कि उन्होंने अपने हथियार सरकार को सौंपे हैं. नक्सलियों का कहना है कि मुख्यधारा से जुड़कर उनका संघर्ष बिना हथियार के जारी रहेगा.
पुलिस को मिले ये हथियार
बीजापुर पुलिस नक्सलियों के सरेंडर करने की औपचारिक घोषणा शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में करेगी. उधर नक्सलियों ने पुलिस को AK47, SLR, इंसास, कार्बाइन, सिंगल शॉट, बीजीएल लॉन्चर जैसे हथियार सौंपे हैं. साथ ही वॉकी-टॉकी भी बरामद किए हैं. इन्होंने पुलिस को 70 से ज्यादा हथियार सौंपे हैं.
सरेंडर करने वालों में नक्सली सेंट्रल कमेटी मेंबर (CCM) का एक नक्सली, स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर (SZCM) के 2 नक्सली और डिविजनल कमेटी मेंबर (DCM) के 15 सदस्य शामिल हैं. बाकी नक्सली (ACM/Janmilitia)- एरिया कमेटी मेंबर हैं.
दंतेवाड़ा में 140 का सरेंडर
उधर, दंतेवाड़ा में 140 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं. इनमें एक करोड़ रुपये के इनामी उत्तर पश्चिम सब जोनल रूपेश भी शामिल है. इसमें नक्सलियों में माड़ डिवीजन के भी नक्सली बड़ी संख्या में रहेंगे. सरेंडर करने वालों में 1 CCM कैडर, 2 DKSZC कैडर और 15 DVCM कैडर के नक्सली शामिल हैं. ये नक्सली AK47, इंसास रायफल, SLR राइफल, कार्बाइन जैसे आटोमेटिक हथियार भी त्यागने वाले हैं.
क्या बोले गृह मंत्री अमित साह और सीएम विष्णु देव साय
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ के दो सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों को नक्सल मुक्त घोषित किया और स्पष्ट किया कि जो लोग आत्मसमर्पण करने को तैयार हैं उनका स्वागत है, लेकिन जो लोग हथियार उठाए रहेंगे, उन्हें सुरक्षा बलों की कठोर कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
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सीएम साय ने कहा कि उत्तर बस्तर और अबूझमाड़ हुए नक्सलमुक्त, बस्तर में शांति और विकास का नया युग है. उन्होंने नक्सलवाद को खत्म करने के संकल्प को पूरा करने में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आभार जताया है. सीएम ने कहा कि सरकार की नीति दो टूक है, हिंसा का कोई स्थान नहीं. जो नक्सली शांति और विकास का रास्ता चुनना चाहते हैं, उनका स्वागत है. लेकिन जो बंदूक उठाकर समाज में आतंक फैलाने की कोशिश करेंगे, उन्हें हमारी सुरक्षा बलों की सख़्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.
बुधवार को 77 नक्सलियों ने किया सरेंडर
कांकेर जिले में बुधवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक शिविर में 32 महिलाओं समेत 50 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. यह घटनाक्रम महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में नक्सली नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल राव उर्फ भूपति और 60 अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा हथियार डालने के बाद हुआ है. कांकेर, गढ़चिरौली का पड़ोसी जिला है. वहीं सुकमा में 27 नक्सलियों ने सरेंडर किया, इस प्रकार छत्तीसगढ़ में सुकमा व कांकेर में 77 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था.
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