विष्णु अवतार से PM Modi की तुलना को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा- ये अति है

TS Singh on BJP: टीएस सिंह देव ने कहा, 'ये अति हो रहा है कि कंगना रनौत और कई लोग पीएम मोदी को भगवान विष्णु का अवतार बता रहे हैं.'

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टीएस सिंह देव ने कंगना को लेकर कही ये बड़ी बात

Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के पूर्व डिप्टी सीएम (Ex Deputy CM) और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव (TS Singh Dev) ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस (IANS) से खास बातचीत में कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने राम मंदिर (Ram Mandir) पर भाजपा (BJP) के हमले का भी जवाब दिया. टीएस सिंह देव ने राम मंदिर को लेकर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम (Pran Pratishtha Program) को भाजपा द्वारा प्रायोजित बताया. साथ ही, उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में पूरा फोकस पीएम मोदी पर ही था.

इस बात पर कहा कि पीएम को भगवान विष्णु मानना अति

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण कांग्रेस द्वारा ठुकराए जाने के आईएएनएस के सवाल पर कांग्रेस नेता टीएस सिंह देव ने कहा कि जब धर्म और भगवान राम की बात हो रही है तो ये अति हो रहा है कि लोग पीएम मोदी को भगवान विष्णु का अवतार बता रहे हैं. इस दौरान टीएस सिंह देव ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि भाजपा ने मंडी लोकसभा सीट से फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को टिकट दिया है, जब भी वह अपने भाषण की शुरुआत करती हैं तो कभी पीएम मोदी को विष्णु का अवतार, तो कभी भगवान शिव का अवतार कहती हैं. यहीं से उनका चुनावी प्रचार शुरू होता है. देश में आजकल क्या-क्या हो रहा है?

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राम मंदिर का उद्घाटन ना तो शुभ मुहूर्त में हुआ और ना ही अधूरे मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी चाहिए थी. सनातन और ग्रंथों के अनुसार भी ऐसा नहीं हो सकता है.-टीएस सिंह देव

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प्राण प्रतिष्ठा सिर्फ एक इवेंट था-टीएस देव

टीएस सिंह देव ने कहा कि राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा सिर्फ एकमात्र इवेंट था, जिसमें सबने देखा कि 90 प्रतिशत कैमरा पीएम मोदी पर फोकस था. ये देखकर बहुत दुख होता है कि देश में आखिर क्या हो रहा है? अगर हम भगवान राम की भावना से प्रेरित होकर इस कार्य को कर रहे थे, तो कैमरा रामलला की मूर्ति पर होना चाहिए था और रामलला की मूर्ति पर कैमरा केंद्रित करके 2 से 4 प्रतिशत कार्यक्रम में शामिल लोग, चाहे पीएम मोदी हों या सीएम योगी आदित्यनाथ और कुछ महंत, उन पर होना चाहिए था. 

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