Chhattisgarh Congress sangathan srjan abhiyan: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में संगठन सृजन अभियान के तहत जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर घमासान तेज हो गया है. रायपुर जिले के दावेदार श्रीकुमार मेनन ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की, जिसमें उन्होंने “धोखा”, “गद्दार” और “पीठ में छुरा” जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया. उनकी यह पोस्ट कांग्रेस के भीतर चल रही खींचतान और असंतोष को उजागर कर रही है.
सोशल मीडिया से सियासी हलचल
श्रीकुमार मेनन की पोस्ट के बाद सोशल मीडिया में सियासी हलचल बढ़ गई. कांग्रेस में पहले भी नेता अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. उदाहरण के तौर पर, नेता शिव सिंह ठाकुर ने अपनी पोस्ट में संकेत दिया था कि उन्हें इंजीनियरिंग प्रोफेशन में लौटना पड़ सकता है, हालांकि बाद में उन्होंने पोस्ट डिलीट कर दी. यह दर्शाता है कि संगठन सृजन अभियान में नेताओं की व्यक्तिगत उम्मीदें और नाराजगी का असर साफ देखा जा रहा है.
हाईकमान की भूमिका और अंतिम निर्णय
कांग्रेस के 41 जिलों के अध्यक्षों की चयन प्रक्रिया चल रही है. प्रत्येक जिले से 6-6 नाम पर्यवेक्षक द्वारा पैनल तैयार करके AICC को भेजे जाएंगे. अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा. नेताओं की पोस्ट और सोशल मीडिया नाराजगी के बाद सभी की नजरें अब इस अंतिम निर्णय पर टिकी हैं.
भाजपा का बयान, कांग्रेस का पलटवार
भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस पर षड्यंत्र और दिखावा करने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि असली फैसले दिल्ली में तय होते हैं और वही जिला अध्यक्ष बनाए जाते हैं. कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि किसी की व्यक्तिगत पोस्ट को संगठन अभियान से जोड़ना भाजपा नेताओं के मानसिक दिवालियापन का प्रमाण है.
ये भी पढ़ें- MP में बीजेपी पदाधिकारियों की सूची जारी; यहां देखें टीम हेमंत खंडेलवाल में किसे मिला कौन सा पद
संगठन में बढ़ती असंतोष की हवा
जिलाध्यक्षों की सूची अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन नेताओं की सोशल मीडिया पोस्ट और सार्वजनिक नाराजगी ने कांग्रेस संगठन में उथल-पुथल बढ़ा दी है. अब सबकी निगाहें हाईकमान पर हैं, जो जल्द ही जिलाध्यक्षों के नामों पर अंतिम मुहर लगाएगा और संगठन में स्थिरता की दिशा में कदम उठाएगा.
ये भी पढ़ें- 'मौत का टीकाकरण'! वैक्सीन लगाने के बाद बिगड़ी 5 नवजात बच्चों की हालत, एक की गई जान