"भूपेश बघेल के खिलाफ FIR, बीजेपी का षड़यंत्र", महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले बोले PCC चीफ दीपक बैज

Mahadev Betting Case: छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बचाव करते हुए कहा कि बीजेपी ने षड्यंत्र रचते हुए भूपेश बघेल पर एफआईआर दर्ज कराई है.

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फाइल फोटो

Deepak Baij on Mahadev Betting App: छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज (PCC Chief Deepak Baij) ने महादेव ऐप मामले (Mahadev Betting App Case) में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Former CM Bhupesh Baghel) के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का षड़यंत्र कहा है. बैज ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि यह देश का अब तक का सबसे बड़ा चुनावी चंदा घोटाला है. महादेव ऐप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के खिलाफ राज्य की आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) द्वारा प्राथमिकी दर्ज किए जाने को बैज ने भाजपा का षड्यंत्र बताया और कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भी ईडी के माध्यम से राज्य में तरह-तरह का दुष्प्रचार किया था.

बैज ने कहा, ''भूपेश बघेल जी के खिलाफ षड्यंत्र पूर्वक प्राथमिकी दर्ज की गई. इससे साफ है कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव में पूरी तरह से डर गयी है और हार मान चुकी है. इसलिये इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.'' उन्होंने कहा, ''महादेव ऐप मामले में हमारी सरकार (पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार) में कई प्राथमिकी दर्ज हुईं. हमारी सरकार में कई गिरफ्तारी हुईं. हमारी सरकार ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर कहा कि महादेव ऐप बंद किया जाये लेकिन बंद नहीं हुआ.''

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बता दें कि इस महीने की शुरुआत में राज्य की आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा प्रस्तुत एक जांच रिपोर्ट के आधार पर महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में कांग्रेस नेता बघेल और 18 अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.

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इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर सरकार को घेरा

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनावी बॉन्ड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा, ''मोदी सरकार ने विपक्षी दलों के दमन के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया है. जहां चुनाव होते हैं वहां के विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराये जाते हैं. ईडी षड्यंत्र रचती है. पूरे देश में यही स्थिति है.''

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उन्होंने कहा, ''ईडी, सीबीआई, आईटी विभाग ने व्यापारिक घरानों और उद्योगपतियों के यहां छापा मारा. उसके बाद भाजपा को चंदा देने के लिए दबाव बनाया. हजारों करोड़ रुपये वसूले गए. सरकार प्रायोजित अवैध वसूली का इससे बड़ा उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं मिलेगा. लोगों के जान माल को संरक्षण देने की कानूनी जिम्मेदारी सरकार पर होती है, लेकिन इसी सरकार ने केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से वसूली की.''

बैज ने कहा कि चुनावी बॉन्ड से संबंधित जो जानकारी सामने आई है उससे साफ हो गया मोदी सरकार भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिये यह योजना लाई थी. उन्होंने कहा, ''चुनावी बॉन्ड से जुड़ी जानकारी सामने आने के बाद यह साफ हो गया की भाजपा ने अपने आर्थिक लाभ के लिए सारा षड्यंत्र रचा. जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार 2019 के बाद से भाजपा को छह हजार करोड़ से अधिक का चंदा मिला है. ऐसे कई मामले हैं जिनमें कंपनियों ने चुनावी बॉन्ड देने के तुरंत बाद मोदी सरकार से भारी लाभ प्राप्त किया है.''

बीजेपी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की

बैज ने कहा, ''शीर्ष 30 चंदा देने वालों में से कम से कम 14 पर छापे मारे गए हैं. छापों के बाद कंपनियों को भाजपा को दान देने के लिए मजबूर किया गया था.'' कांग्रेस नेता ने कहा, ''चुनावी बॉन्ड के माध्यम से मोदी सरकार ने रिश्वत लेने का नया तरीका खोजा. आंकड़ों से एक पैटर्न उभरता है, जिसमें केंद्र सरकार से कुछ मदद मिलने के तुरंत बाद कंपनियों ने चुनावी बॉन्ड के माध्यम से एहसान चुकाया है.'' बैज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग से मांग करती है कि इस कदाचार के लिए भाजपा की मान्यता समाप्त कर उसके चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाए.

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