मुख्यमंत्री की पत्नी कौशल्या साय ने जशपुर में की दीयों की खरीदारी, दी ‘स्वदेशी दीप जलाने’ की अपील

Chhattisgarh CM Vishnudev Sai wife: जशपुर में छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री की पत्नी कौशल्या साय ने दीपावली के मौके पर स्वदेशी दीयों और सजावटी सामग्रियों की खरीदारी की. उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि इस दीपावली हर घर में स्वदेशी दीप जलाएं और स्थानीय कारीगरों व व्यापारियों को समर्थन दें. 

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Chhattisgarh CM Vishnudev Sai wife: दीपावली के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने स्थानीय बाजार का दौरा कर कुम्हारों द्वारा बनाए गए स्वदेशी दीयों और विभिन्न सजावटी सामग्रियों की खरीदारी की. इस अवसर पर उन्होंने मिट्टी के दीयों से घरों को सजाने और रोशन करने का संदेश देते हुए प्रदेशवासियों से अपील की कि इस दीपावली हर घर में स्वदेशी दीप जलाएं. 

कौशल्या साय ने कहा कि वोकल फॉर लोकल अभियान अब आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बन चुका है. इस पहल के माध्यम से प्रत्येक भारतीय को प्रेरित किया जा रहा है कि वे स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करें और स्थानीय कारीगरों व छोटे उद्योगों को सशक्त बनाएं. 

उन्होंने यह भी कहा कि दीपावली केवल रोशनी और खुशियों का पर्व ही नहीं है, बल्कि यह स्थानीय कारीगरों, व्यापारियों और उत्पादनकर्ताओं के लिए अवसरों का भी प्रतीक है. उन्होंने प्रदेशवासियों से विशेष अपील की कि वे इस बार की दीपावली में बाजार से खरीदी करने के दौरान स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें. इससे न केवल कारीगरों और छोटे व्यापारियों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी.

कौशल्या साय ने यह संदेश दिया कि जब हम स्वदेशी वस्तुओं का समर्थन करते हैं, तो हम स्थानीय अर्थव्यवस्था और ग्रामीण विकास में भी योगदान देते हैं. इस अवसर पर उन्होंने मिट्टी के रंग-बिरंगे दीयों और पारंपरिक सजावटी सामग्रियों की खरीदारी करते हुए बताया कि यह न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपराओं को भी संजोने का तरीका है. 

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उन्होंने कहा कि हर दीपावली हम अपने घरों को रोशनी से भरें और साथ ही कारीगरों और व्यापारियों के उत्साह को भी बढ़ावा दें. कौशल्या साय के इस कदम से यह संदेश साफ है कि लोकल उत्पादों को अपनाना सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है. उनके इस पहल से जशपुर सहित पूरे प्रदेश में लोगों में स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है.  

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