Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (Manendragarh-Chirmiri-Bharatpur) जिले के सहायक शासकीय शिक्षक और नीली छतरी वाले गुरुजी के नाम से मशहूर रुद्र प्रताप सिंह राणा ( Rudra Pratap Singh Rana) पढ़ाई में नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए बढ़-चढ़ कर पहल कर रहे हैं. इनके प्रयास से आज गांव का सरकारी स्कूल किसी निजी स्कूल की तर्ज पर विकसित हो चुका है. जिले के कलेक्टर से लेकर राज्य स्तर के शिक्षा विभाग (education Department) के अधिकारी तक स्कूल का दौरा कर चुके हैं और यहां की शिक्षा व्यवस्था की तारीफ कर चुके हैं.
खड़गवां विकासखण्ड के प्राथमिक शाला सकड़ा के शिक्षक रुद्र को राष्ट्रीय स्तर पर लाइफ रियल हीरोज ऑफ इंडिया (Life Real Heroes of India) से नई दिल्ली में सम्मानित किया जा चुका ह. शिक्षक रुद्र कोरोना काल में नीली छतरी वाले गुरु जी के नाम से देशभर में प्रसिद्ध हुए थे. हाल ही में शिक्षक दिवस पर उन्हें राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उनको यह सम्मान बीते 15 वर्षों की मेहनत व बच्चों में हो रहे समग्र विकास और स्कूल इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर दिया गया है. पढ़ाई में किए जा रहे नवाचार से जहां बच्चे हुनरमंद बन रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर स्कूल की पहचान राज्य स्तर पर है.
शिक्षक रूद्र व उनके साथी शिक्षकों के प्रयास से स्कूल में बच्चों के लिए अच्छे चेयर लगाए गए हैं.जिससे स्कूल किसी निजी स्कूल के तर्ज पर नजर आता है. स्कूल के सभी बच्चे जहां किताब पढ़ना जानते हैं वहीं फटाफट अंग्रेजी में बात भी करते हैं. कुल मिलाकर यहां बच्चों का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है. ग्रामवासियों के साथ शासन प्रशासन के सहयोग से स्कूल में झूले,वाटिका,बच्चों के लिए कंप्यूटर,पढ़ाई के लिए रोचक पठनीय सामग्री,मध्यान्ह भोजन के लिए आकर्षक टेबल आदि के इतजाम किए गए हैं. अहम ये है कि कोरोना जैसे संकट काल में भी रूद्र ने शैक्षणिक कार्य को बंद नहीं किया था बल्कि किसी न किसी माध्यम से बच्चों की पढ़ाई जारी रखी.इस दौरान वे बाइक पर छतरी,घंटी और ब्लैक बोर्ड के साथ मोहल्ला क्लास लेने के लिए पहुंचते थे. इस दौरान पूरे प्रदेश में उनकी चर्चा हुई.
पीएम ने मन की बात में की थी तारीफ
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शिक्षक रूद्र की तारीफ मन की बात कार्यक्रम में कर चुके हैं.वहीं प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल ने भी शिक्षक का सम्मान करते हुए उनकी तारीफ की है. शिक्षक के प्रयास को शासन प्रशासन भी लगातार सहयोग कर रहा है जिससे जिले के अन्य शिक्षकों को प्रेरणा मिल रही है.
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