Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर शहर के आकाशवाणी चौक स्थित मां काली मंदिर से डोंगरगढ़ तक निःशुल्क बस सेवा का शुभारंभ किया. रायपुर से मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए डोंगरगढ़ जाने वाले श्रद्धालुओं को इस बस सेवा का नि:शुल्क लाभ मिलेगा. इस मौके पर मुख्यमंत्री साय ने कालीमाता सेवा समिति की इस पहल की सराहना करते हुए समिति के पदाधिकारियों को बधाई व शुभकामनाएं दीं. उन्होंने मां काली और मां बम्लेश्वरी से छत्तीसगढ़ में खुशहाली, समृद्धि और शांति की कामना की.
मुख्यमंत्री ने चार बसों को दिखाई हरी झंडी
मां काली सेवा समिति द्वारा संचालित यह नि:शुल्क बस सेवा पूरे नवरात्र पर्व के दौरान नौ दिनों तक लगातार चलेगी. इस सेवा के तहत प्रतिदिन चार बसें रायपुर से श्रद्धालुओं को डोंगरगढ़ तक ले जाएंगी और उन्हें दर्शन के उपरांत वापस रायपुर लाएंगी. मुख्यमंत्री ने आज चार बसों में लगभग दो सौ महिला और पुरुष श्रद्धालुओं के प्रथम जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
मां बम्लेश्वरी के दरबार तक पहुंच श्रद्धालुओं के लिए अब और सुगम: CM
बसों को हरी झंडी दिखाते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि कालीमाता सेवा समिति पिछले दस वर्षों से निस्वार्थ सेवा भाव से प्रत्येक नवरात्र में प्रतिदिन चार बसों से श्रद्धालुओं को मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए ले जाती है. यह न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकता का जीवंत उदाहरण भी है.
उन्होंने कहा कि नवरात्र के अवसर पर देवी मंदिरों में दर्शन की लालसा हर सनातनी के मन में होती है. मां के दर्शन की कल्पना मात्र से ही मन में दिव्य ऊर्जा का संचार होता है, लेकिन कई बार परिस्थितिवश हर कोई दूर स्थित देवी स्थलों तक नहीं पहुंच पाता. ऐसे में यह बस सेवा श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है. मां बम्लेश्वरी के दरबार तक पहुंच श्रद्धालुओं के लिए अब और सुगम हो गया है.
नवरात्रि में नौ दिन तक चलेगी बस सेवा
मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में राजिम से रायपुर तक मेमू ट्रेन का भी शुभारंभ किया गया है. इससे छत्तीसगढ़ की कुंभनगरी राजिम के श्रद्धालुओं को मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए और अधिक सुविधा होगी. उन्होंने इस पहल के लिए कालीमाता सेवा समिति से जुड़े श्रीचंद सुंदरानी, दीपक भारद्वाज और सभी पदाधिकारियों की प्रशंसा की. गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समिति से एक बस कवर्धा से डोंगरगढ़ तक चलाने का आग्रह किया.