7 साल बाद फिर खुलेगा छत्तीसगढ़ अश्लील सीडी कांड का मामला,आज से शुरू होगी सुनवाई, खूब हुआ था बवाल

CD Scandal Case: चर्चित अश्लील सीडी कांड की सुनवाई 4 फरवरी से शुरू होगी. इस मामले में कोर्ट ने सभी 6 आरोपियों को समन जारी किया है.

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Chhattisgarh CD scandal case: चर्चित अश्लील सीडी कांड की सुनवाई 4 फरवरी से शुरू होगी. सीबीआई की विशेष अदालत में 7 साल बाद यह ट्रायल शुरू होगा. तत्कालीन PWD मंत्री का चेहरा लगाकर सीडी बनाने का आरोप है. हालांकि सीबीआई ने कोर्ट में 25 सिंतबर, 2018 को चार्जशीट पेश कर दी थी. ऐसे में आज से आरोप पत्र पर बहस होगी.

बता दें कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद केस को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की गई थी, लेकिन दिल्ली में कोर्ट विचाराधीन था, जिसके कारण कोर्ट ने केस को दिल्ली ट्रांसफर करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद आज पहली बार इस मामले में सुनवाई शुरू होगी.

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चर्चित अश्लील सीडी कांड मामले में कोर्ट ने सभी 6 आरोपियों को समन जारी किया है. हालांकि इस मामले के एक आरोपी रिंकू खनूजा अब जिंदा नहीं है, क्योंकि उसने फांसी लगा कर आत्महतया कर ली थी. 

क्या है छत्तीसगढ़ अश्लील सीडी कांड

चर्चित अश्लील सीडी कांड की शुरूआत 27 अक्टूबर, 2017 को पूर्व सीएम और पूर्व पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल के बंगले से हुई थी. दरअसल, भूपेश बघेल ने 27 अक्टूबर की सुबह 6 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस की थी, जिसमें उन्होंने मीडिया को एक सीडी बांटी थी. इस सीडी में एक आपत्तिजनक वीडियो था, जिसे लेकर भूपेश ने दावा किया था कि महिला के साथ बेहद आपत्तिजनक स्थिति में दिखने वाला व्यक्ति मंत्री राजेश मूणत हैं. कुछ ही समय में यह वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. हालांकि इस सीडी के सामने आने केबाद मंत्री मूणत ने इसका खंडन करते हुए सीडी को फर्जी बताया और मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की. 

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मंत्री की सीडी सार्वजनिक होने के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने गाजियाबाद से वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लिया और यह दावा किया था कि उनके निवास से इस वीडियो क्लिप की 500 सीडी और 2 लाख रुपये जब्त किए गए हैं. यह कार्रवाई प्रकाश बजाज नामक एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर की गई थी. तब रायपुर के विनोद वर्मा जाने माने पत्रकार और भूपेश बघेल की मीडिया सेल का काम देख रहे थे.

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शिकायतकर्ता प्रकाश बजाज के मुताबिक, विनोद वर्मा ने उन्हें लैंडलाइन नंबर से फोन किया था और कहा था कि तुम्हारे आका की एक सीडी मेरे पास है. पैसा नहीं दोगे तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो.

निष्पक्ष जांच के लिए CBI को सौंपी गई केस

हालांकि विनोद वर्मा की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इस दौरान कांग्रेस ने सरकार पर अपने मंत्री को बचाने के लिए निर्दोष व्यक्ति को फंसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. वहीं 17 नवंबर, 2017 को कांग्रेस की मांग पर निष्पक्ष जांच के लिए मामले को सीबीआई को सौंपी दी गई.

जांच के बाद सीबीआई ने कोर्ट में अपनी चार्जशीट दाखिल की, जिसमें दावा किया कि इस सीडी को फोरेंसिक विश्लेषण के माध्यम से प्रमाणित किया गया है. इसे मुंबई की एक एडिटिंग लैब में 1 लाख रुपये देकर तैयार कराई गई थी. इस पूरे मामले के मास्टर माइंड छत्तीसगढ़ भाजपा नेता कैलाश मुरारका हैं. इसके अलावा इस काम में अन्य आरोपी विनय पांड्य और रिंकू खानुजा भी शामिल हैं. 

अश्लील सीडी कांड के ये आरोपी

सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में विनोद वर्मा के साथ साथ इस मामले में विजय पंड्या, कैलाश मुरारका, रिंकु खनुजा, विनोद भाटिया और पूर्व सीएम और पूर्व पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल को भी आरोपी बनाया गया था. 

7 साल बाद ट्रायल शुरू 

हालांकि 6 जून 2018 को अश्लील सीडी कांड मामले में एक नया मोड़ आ गया, जब सीबीआई की पूछताछ से परेशान होकर मामले के आरोपी रिंकू खनूजा ने अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. हालांकि अब 7 साल बाद सीबीआई की विशेष अदालत में इस मामले का ट्रायल शुरू होगा. 

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