छत्तीसगढ़ में रिश्वतखोरी ! लिपिक और पटवारी ने काम के बदले की रिश्वत की मांंग, अब ACB ने रंगे हाथों पकड़ा

Bribery Chhattisgarh: पेंशन और ग्रेज्युटी जारी करवाने के एवज में लिपिक ने 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी. वहीं जमीनी दस्तावेजों में नाम सुधार के बदले पटवारी ने किसान से 25 हजार रुपये की रिश्वत की माग की थी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rishwatkhori in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के दल ने अलग-अलग स्थानों में कार्रवाई कर रिश्वत लेने के आरोप में पटवारी समेत दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ब्यूरो के दल ने रिश्वत लेने के आरोप में रायपुर जिले में एक लिपिक को और मुंगेली जिले में पटवारी को गिरफ्तार कर लिया है.

पेंशन-ग्रेज्युटी जारी करवाने के एवज में 30 हजार रिश्वत की मांग

उन्होंने बताया कि प्रार्थी प्रकाश सिंह ठाकुर ने ब्यूरो (रायपुर) में शिकायत की थी कि वह पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से उच्च श्रेणी लिपिक वर्ग-एक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और उनका पेंशन और ग्रेज्युटी रूका हुआ था, इसलिए उन्होंने बाबू (उच्च श्रेणी लिपिक वर्ग-दो) दीपक शर्मा से मुलाकात की.

रिश्वत लेते लिपिक बाबू को ACB ने किया गिरफ्तार

ठाकुर की शिकायत के अनुसार उनका पेंशन और ग्रेज्युटी जारी करवाने के एवज में 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गयी. अधिकारियों ने बताया कि ठाकुर की शिकायत पर एसीबी ने आज दीपक शर्मा को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में एसीबी के दल ने मुंगेली जिले में पटवारी उत्तम कुर्रे को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया.

जमीनी दस्तावेज में सुधार के बदले पटवारी ने मांग की थी 25 हजार की रिश्वत

अधिकारियों ने बताया कि बिलासपुर जिले के बोदरी गांव निवासी टोप सिंह अनुरागी ने एसीबी में शिकायत की थी कि उसका और उसके भाई और बहनों के नाम पर मुंगेली जिले के केसलीकला गांव में जमीन है.

Advertisement

शिकायतकर्ता के अनुसार, जमीन के रिकॉर्ड में उसका नाम टोप सिंह की जगह तोप सिंह हो गया है. बहन के नाम के आगे 'पिता के नाम' की जगह 'पति' शब्द लिखा गया है. अनुरागी ने एसीबी को बताया कि जब उसने दस्तावेजों में सुधार कराने और जमीन का नक्शा, खसरा और बी-वन प्राप्त करने के लिए केसलीकला के पटवारी उत्तम कुर्रे से मुलाकात की, तब कुर्रे ने सभी काम कराने के लिए 25 हजार रुपये रिश्वत मांगी.

अधिकारियों ने बताया कि शिकायत के बाद एसीबी के दल ने आज प्रार्थी अनुरागी से 25 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पटवारी उत्तम कुर्रे को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि एसीबी ने आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है.

Advertisement

ये भी पढ़े: राजा रघुवंशी हत्याकांड: 7 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेजा गया चौथा आरोपी आनंद

Topics mentioned in this article