Chhattisgarh News in Hindi: छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) संभाग में बारिश के चलते इंद्रावती नदी (Indrwati River) उफान पर है. नक्सलग्रस्त अबूझमाड़ के कई गांव के ग्रामीणों को हर दिन की जरूरतों के लिए नदी पर लकड़ी की छोटी से डोंगी (नाव) के सहारे जान जोखिम में डालकर नदी पार करने की मजबूरी वर्षों से बनी है. ऐसी ही एक बड़ा हादसा उस वक्त हुआ, जब नदी पार करने के दौरान ग्रामीण दैनिक बाजार करने तुमनार सप्ताहिक बाजार पहुंचे थे. यहां से रोजमर्रा की जरूरतों का सामान खरीदकर कर इंद्रावती नदी लकड़ी की बनी डोंगी के सहारे पार कर रहे थे. तभी बीच मझधार में डोंगी अनियंत्रित होकर पानी में ही पलट गयी. हादसे के वक्त डोंगी में कुल पांच लोग सवार थे. इनमें से एक 25 वर्षीय शंकर लेकाम पानी के तेज बहाव में बह गये.
ग्रामीण की तलाशी जारी
घटना में बचे ग्रामीणों ने गीदम थाने और जिला प्रशासन को सूचना दी. इसके बाद मौके पर गीदम थाना प्रभारी विजय पटेल और जवान एनडीआरएफ टीम के साथ मौके पर रवाना हुई है. लापता ग्रामीण की तलाशी का अभियान इंद्रावती नदी पर लगातार की जा रही है. लेकिन, अब तक एनडीआरएफ टीम और जवानों को सफलता नहीं मिली है. मौके पर मौजूद भीमा बारसे ने बताया कि बरसात के चार महीने में जब इंद्रावती नदी उफनती है, अक्सर नदी पर इसी तरह से हादसा हो जाता है.
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सहूलियत की कमी के कारण हुआ हादसा
अबूझमाड़ की दर्जनों पंचायत इंद्रावती नदी के पार रहती हैं, जो लगातार बरसात में नदी को पार करने को मजबूर होते हैं. बारसूर से लेकर भोपालपटनम तक इंद्रावती नदी में छिंदनार घाट, बड़ेकरका घाट और पुंडरी गांव और तिमेड़ में ब्रिज बन चुके हैं. वहीं, कुटरू गांव में बेदरे के पास ब्रिज का काम चल रहा है. जानकारी के मुताबिक, इंद्रावती नदी पर कुल 10 ब्रिज प्रस्तावित हैं, जिनमें से चार ब्रिज बनकर तैयार हो गये हैं. बाकी के ब्रिज बनना बचा हैं. अगर सभी ब्रिज बनकर तैयार होते हैं, तो माड़ इलाके में इंद्रावती के पार बसने वाली दर्जनों पंचायतें सीधे आवागमन के लिए सुगमता से जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा और बीजापुर से जुड़ जायेंगे.
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