बीजापुर के नक्सल प्रभावित इलाके से तीन फेरीवाले हुए गायब, 45 दिन बाद भी नहीं मिल रहा सुराग

जहां से ये तीनों फेरी वाले गायब हुए है, वह नक्सल प्रभावित इलाका है. लिहाजा, इन लोगों के नक्सलियों द्वारा अपहरण करने की भी आशंका जताई जा रही, क्योंकि ये तीनों नक्सलियों के प्रभाव वाले क्षेत्रों से उस समय गायब हुए थे, जब ये कम्बल और तिरपाल बेचने उस इलाके में गए थे.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित जिला बीजापुर (Bijapur) से उत्तर प्रदेश के तीन फेरी वाले गायब है. इनमें से दो 45 दिन से और एक 15 से से गायब बताए जा रहे हैं. इतना ज्यादा समय बीतने के बाद भी इन लोगों का सुराग नहीं मिलने से परिजनों की चिंता बढ़ने लगी हैऐसे में इन लोगों के नक्सलियों की ओर से अपहरण किए जाने की आशंका जताई जा रही है.

दरअसल, गांव-गांव घूमकर कपड़े बेचने के लिए उत्तर प्रदेश से बीजापुर आए तीन लोग बीजापुर के अलग-अलग इलाकों से गायब हो गइन लोगों की गुमशुदगी के बाद से उनके साथी और परिजन परेशान हैपरिजन इन लोगों की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन कही भी कोई सुराग नहीं मिल रहा है. दरअसल, इन लोगों के चिंता इसलिए अब बढ़ रही है, क्योंकि लापता तीन लोगों में से दो लोगों को गायब हुए करीब 45 दिन हो गए हैं, जबकि तीसरे व्यक्ति को गायब हुए 15 दिन हो चुके है.

कम्बल और तिरपाल की करते थे फेरी

जहां से ये तीनों फेरी वाले गायब हुए है, वह नक्सल प्रभावित इलाका है. लिहाजा, इन लोगों के नक्सलियों द्वारा अपहरण करने की भी आशंका जताई जा रही, क्योंकि ये तीनो नक्सलियों के प्रभाव वाले क्षेत्रों से उस समय गायब हुए थे, जब ये कम्बल और तिरपाल बेचने उस इलाके में गए थे.

तीसरा शख्स 15 से है लापता

बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश निवासी अल्ता और शोऐब 45 दिन पहले कम्बल और तिरपाल लेकर बासागुड़ा के पूसबाका इलाके में बेचने के लिए गए थे, पर उसके बाद से वे वापस नही लौटे. तीसरा शख्स इमरान भी समान लेकर 15 दिन पहले मद्देड़ क्षेत्र के बन्देपारा गया था, जिसके बाद से वह भी आज तक वापस नही लौटा.

Advertisement

ये भी पढ़ें- Chhattisgarh Monsoon 2025: छत्तीसगढ़ से कब होगी मानसून की विदाई? यहां जानिए सही डेट

अब ऐसी आशंका जताई जा रही है कि शायद नक्सलियों ने शंका के आधार पर इन तीनो का अपहरण कर लिया है,इसके बाद से उनके साथी और परिजन काफी परेशान है और उनकी तलाश कर रहे हैं. दूसरी ओर साथियों और परिजनों ने नक्सलियों से भी अपील की है कि अगर ये तीनो उनके पास हैं, तो वो उन्हें रिहा कर दें, क्योंकि वो लोग जीवन यापन के लिए उत्तर प्रदेश से बीजापुर आ थे.

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को विष्णु सरकार का तोहफा, 10वीं-12वीं पास करने पर मिलेंगे 30000 रुपये

Advertisement

Topics mentioned in this article