CG News: सूरजपुर के शिक्षा विभाग और विवादों का चोली दामन का साथ रहा है. एक बार फिर से शिक्षा विभाग के द्वारा जारी किया गया आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल शिक्षकों का आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा पांच शिक्षकों का ट्रांसफर ऐसे स्कूल में कर दिया गया है, जो अब अस्तित्व में ही नहीं है. मीडिया के द्वारा सवाल पूछे जाने पर अब संबंधित अधिकारी मामले के जांच की बात कह रहे हैं. जानिए क्या है पूरा मामला?
क्या है मामला?
बिश्रामपुर इलाके का आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल 2022 से संचालित हो रहा है, इसके पहले यह स्कूल उच्चतर माध्यमिक बालक हाई स्कूल के नाम से संचालित था. इसी कैंपस में आत्मानंद मिडिल स्कूल भी चल रहा है. इन दोनों स्कूलों में शिक्षा विभाग की ओर से पांच शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, जिसको लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं.
वहीं स्कूल की प्रिंसिपल के अनुसार उन्होंने इसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दी थी, लेकिन उन्होंने इन शिक्षकों के ज्वाइनिंग के लिए उन पर दबाव डाला इसके बाद उन्होंने सभी पांच शिक्षकों की जॉइनिंग अपने स्कूल में ली है. जबकि जिला शिक्षा अधिकारी इन बातों से इनकार कर रही हैं, उनके अनुसार यदि ऐसा हुआ है तो वह इसकी जांच कराएंगे और इसे सुधारने का प्रयास करेंगे.
विपक्ष ने भी उठाए सवाल
अब इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस भी बीजेपी को घेर रही है. कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार को शिक्षा से कोई लेना-देना नहीं है, यह सरकार तो शराब की दुकान खुलने में लगी हुई है. जबकि शिक्षा विभाग खुद मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं ऐसे में शिक्षा विभाग कि यह स्थिति बेहद चिंताजनक है.
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