रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य... बस्तर दशहरा के मुरिया दरबार में आदिवासियों ने अमित शाह से और क्या मांगा? जानें यहां 

Amit Shah In Bastar:मुरिया दरबार में पहली बार पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया. आइए जानते हैं इस खास मौके पर बस्तर के आदिवासियों ने गृहमंत्री से क्या मांगा? 

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Amit Shah Visit In Chhattisgarh: विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरे में इस साल एक और ऐतिहासिक तथ्य जुड़ गया. 8 मार्च 1876 से बस्तर दशहरे की चल रही मुरिया दरबार परंपरा में पहली बार केंद्रीय गृह मंत्री शामिल हुए. शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुरिया दरबार में विशेष तौर पर शामिल हुए. मोरिया दरबार की परंपरा के अनुसार अलग-अलग मांझी ने अमित शाह के सामने बस्तर को और बेहतर बनाने को लेकर कुछ मांगे भी रखीं. 

बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष बलराम मांझी ने बस्तर के युवाओं को बेहतर शिक्षा और प्रशासनिक सेवा में नौकरी के योग्य बनाने के लिए बस्तर में ही IAS की तैयारी के लिए कॉलेज की मांग की. एक अन्य मांझी ने पूरे बस्तर में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था और शिक्षा की मांग की. गुड़िया दरबार में पहुंचे मांझी  अर्जुन कर्मा ने रोजगार का मुद्दा उठाया.

अर्जुन ने कहा कि बस्तर के सभी साथ जिले खनिज संपदाओं और वनों पक्ष की संपदाओं से परिपूर्ण है बावजूद इसके हमारे यहां के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर जाना पड़ता है. बस्तर में एनएमडीसी जैसी बड़ी कंपनी है. सरकार बस्तर के युवाओं को बस्तर में ही रोजगार उपलब्ध हो इसकी व्यवस्था करे. 

मंगलू माझी ने बस्तर में लंबे समय से लंबित बोधघाट परियोजना को फिर से शुरू करने की सरकार की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार अगर इस पर आगे बढ़ रही है तो उससे पहले इस परियोजना के तहत जो लोग प्रभावित हो रहे हैं उनका भी ख्याल रखें और उनकी बातें भी सुने.

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अमित शाह ने दिया आश्वासन 

मुरिया दरबार में पहली बार पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बस्तर की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया. अमित शाह ने कहा कि साल 2031 तक बस्तर का कोई भी ऐसा गांव नहीं होगा जहां पर 24 घंटे बिजली की व्यवस्था नहीं होगी. साल 2021 तक सरकार हर गांव में काम से कम प्राइमरी स्कूल खोलने की कोशिश करेगी. हर गांव का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होगा. 

शाह ने की ये अपील 

अमित शाह ने कहा कि बस्तर के 15000 प्रधानमंत्री आवास जो छत्तीसगढ़ को मिले हैं. इसके अलावा 15000 प्रधानमंत्री आवास बस्तर क्षेत्र के आदिवासियों के लिए देने का काम हमारे नेता नरेंद्र मोदी जी ने किया. मैं आप सभी को करबद्ध निवेदन करने आया हूं आप अपने गांव को नक्सलवाद से मुक्त करवा दीजिए, हिंसा से किसी का भला नहीं है. सभी लोग मुख्य धारा में आए और अब कम से कम कोई नया बच्चा कोई युवा नक्सली संगठन से न जुड़े, इसकी जिम्मेदारी आप सभी की है. नक्सली मुक्त गांव को छत्तीसगढ़ सरकार एक करोड़ रुपये विकास कार्य के लिए तुरंत दे रही है. अमित शाह ने एक बार फिर दोहराया कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद की समस्या से बस्तर को मुक्त कर दिया जाएगा.

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